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निर्भया के दोषियों को फांसी देने का रिहर्सल किया गया बंद, डेथ वारंट जारी होने के बाद होगा अब

दिल्ली हाईकोर्ट में चारों दोषियों को जल्द फांसी देने की याचिका पर 18 दिसंबर को सुनवाई होनी है। इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी तमिलनाडु पुलिस के पास है।

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नई दिल्ली : निर्भया बलात्कार और हत्याकांड के आरोपियों को फांसी देने की चर्चा इन दिनों सुर्खियों में है। इस बीच यह खबर आई है कि चारों दोषी अक्षय, पवन, विनय और मुकेश को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाने की तैयारी पूरी हो गई है और उन्हें फंदे पर लटकाने का अभ्यास चल रहा है। यह सारी प्रक्रिया जेल अधिकारी की देखरेख में चल रहा है। जेल अधिकारी ने इसके तकनीकी पहलुओं को देखने के बाद इस प्रक्रिया को रोक दिया है। सूत्रों का कहना है कि अब फिर फांसी पर लटकाने का रिहर्सल तब शुरू होगा, जब दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया जाएगा।

दिन में दो बार हो रही है स्वास्थ्य की जांच

इन चारों दोषियों के स्वास्थ्य की जांच दिन में दो बार हो रही है। तमिलनाडु पुलिस के एक जवान को उनकी देख-रेख के लिए लगाया गया है। वह उनके हावभाव पर नजर रख रहा है। जहां पवन, मुकेश व अक्षय जेल नंबर दो में बंद है, वहीं विनय को जेल नंबर चार में रखा गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वह अब अपने बैरक से कम ही निकलते हैं।

फांसी की याचिका पर 18 को होगी सुनवाई

दिल्ली हाईकोर्ट में चारों दोषियों को जल्द फांसी देने की याचिका पर 18 दिसंबर को सुनवाई होनी है। जेल अधिकारियों ने फांसी घर की सुरक्षा की जिम्मेदारी तमिलनाडु पुलिस को सौंप रखी है। इन चारों के आसपास भी किसी अन्य कैदियों को फटकने की इजाजत नहीं है। कर्मियों को भी कड़ी सुरक्षा जांच के बाद ही वहां जाने दिया जा रहा है।