मंगलवार को चीन, पाकिस्तान और रूस ने अफगानिस्तान में सुरक्षा हालातों की बिगड़ती स्थिति पर चर्चा के लिए मॉस्को में मुलाकात की। अफगानिस्तान सरकार ने ऐसे किसी कदम का कड़ा विरोध किया है, लेकिन इसके बावजूद ये तीनों देश अफगानिस्तान के लिए अपनी रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं। उधर, ईरान को भी इस समूह में शामिल करने की तैयारी शुरू हो गई है। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन में रूस के जानकार नंदन उन्नीकृष्णन ने कहा कि इस समय भारत और रूस के बीच बातचीत काफी सीमित है। ऐसे में रूस का यह कदम भारत के साथ उसके संबंधों को बिगाड़ सकता है।