शुक्रवार को भाजपा कार्यकर्ताओं समेत श्रद्धालुओं और अन्य के साथ करीब तृप्ति देसाई का 12 घंटे के गतिरोध चला। इसके बाद देसाई ने अपनी अगली रणनीति साफ की। उन्होंने कहा कि वे अगली बार बिना किसी को बताए गुरिल्ला तरीके से मंदिर में प्रवेश करेंगी।
आपको बता दें कि शुक्रवार को नेदुम्बासेरी स्थित हवाई अड्डे पर उस समय तनाव पैदा हो गया, जब भक्तों और बीजेपी कार्यकर्ताओं सहित अन्य ने कहा कि वे तृप्ति और उनके साथ आईं छह अन्य महिलाओं को सबरीमला मंदिर नहीं जाने देंगे। यह मंदिर शुक्रवार शाम को खुल गया है। पुणे की रहने वाली तृप्ति शुक्रवार तड़के चार बजकर 40 मिनट पर यहां उतरीं। उन्होंने कहा कि मंदिर में दर्शन किए बिना उनके वापस जाने का कोई सवाल ही नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से सभी आयुवर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति संबंधी 28 सितंबर को आदेश दिए जाने के बाद यह मंदिर तीसरी बार खुला है। गतिरोध के बीच, भाजपा ने मांग की है कि तृप्ति और उनकी सहयोगियों को पुणे वापस भेजा जाए। बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस ने बाद में 200 भक्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया। हालांकि, पुलिस ने अब तक उन्हें हटाने का प्रयास नहीं किया। हवाई अड्डे के घरेलू टर्मिनल पर हो रहे प्रदर्शन को सही ठहराते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पी एस श्रीधरन पिल्लै ने कहा कि भगवान अय्यप्पा के भक्त कार्यकर्ताओं के मंदिर में प्रवेश के फैसले से नाराज हैं।