इस बीच स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ( Satyendra Jain ) का बड़ा बयान सामने आया है। सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में दोबारा लॉकडाउन ( Lockdown ) किन परिस्थितियों में लगाया जा सकता है।
यह भी पढ़ेंः मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, कोरोना से अनाथ बच्चों को दिया जाएगा 5 लाख रुपए का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार पीएसए प्लांट लगवा रही है। वहीं आईसीयू और वेंटिलेटर बेड बढ़ाने पर काम तेजी से चल रहा है।
दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बुनियादी स्वास्थ्य ढ़ांचा बढ़ाने पर सबसे अधिक जोर है। भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (एसोचैम) की ओर से आयोजित एक वर्चुअल सत्र में उन्होंने कहा कि, सरकार ने दूसरी लहर के अनुभव से सीखा है और किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रही है।
…तो लगा देंगे लॉकडाउन
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगली लहर के खिलाफ अपनी योजना को भी सार्वजनिक किया है। अगर कोविड की सकारात्मकता दर अब 5 फीसदी तक जाती है तो हम बिना किसी देरी के तत्काल लॉकडाउन के लिए जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगली लहर के खिलाफ अपनी योजना को भी सार्वजनिक किया है। अगर कोविड की सकारात्मकता दर अब 5 फीसदी तक जाती है तो हम बिना किसी देरी के तत्काल लॉकडाउन के लिए जाएंगे।
सत्येंद्र जैन ने साफ किया कि संक्रमण दर बढ़ने के बाद किसी भी तरह लापरवाही बरती नहीं जाएगी। तुरंत कड़े फैसले लिए जाएंगे,लॉकडाउन भी इसी कड़ी में शामिल होगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आगामी लहर के लिए 37 हजार से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आगामी लहर के लिए 37 हजार से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है।
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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की दर तीन फीसदी से अधिक होने पर अलर्ट जारी होगा। फिलहाल यह दर 0.09 फीसदी के आसपास है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की दर तीन फीसदी से अधिक होने पर अलर्ट जारी होगा। फिलहाल यह दर 0.09 फीसदी के आसपास है।
बनाए गए 50 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट
सत्येंद्र जैन ने ये भी कहा कि सिर्फ ऑक्सीजन और इसे प्राप्त करने के लिए लॉजिस्टिक की कमी की वजह से चुनौतयों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब 50 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट पहले ही बना दिए हैं। इसके आलावा और भी कई ऑक्सीजन प्लांट बनाए जाएंगे ताकि ऐसी समस्या का फिर से न उठे।
सत्येंद्र जैन ने ये भी कहा कि सिर्फ ऑक्सीजन और इसे प्राप्त करने के लिए लॉजिस्टिक की कमी की वजह से चुनौतयों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब 50 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट पहले ही बना दिए हैं। इसके आलावा और भी कई ऑक्सीजन प्लांट बनाए जाएंगे ताकि ऐसी समस्या का फिर से न उठे।