नई दिल्लीPublished: Jun 09, 2021 12:12:30 pm
विकास गुप्ता
एसडीजी इंडेक्स: केरल दूसरे नंबर पर, उत्तराखंड सबसे पीछे, लिंगानुपात वर्ग में मध्यप्रदेश 8वें स्थान पर, सूची में राजस्थान 17वें पायदान पर ।
नई दिल्ली। नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के वार्षिक (2020-21) इंडेक्स के बालक-बालिका लिंगानुपात वर्ग में छत्तीसगढ़ सबसे आगे रहा है। वहां शिशु जन्म लिंगानुपात (सेक्स रेश्यो) 958 है, जो इस बार के राष्ट्रीय औसत 899 से ज्यादा है। यानी छत्तीसगढ़ में हर एक हजार बेटों के मुकाबले 958 बेटियां हैं, जबकि देश में यह अनुपात 1000 : 899 है। केरल (957) और पश्चिम बंगाल (941) क्रमश: दूसरे-तीसरे नंबर पर हैं। उत्तराखंड के आंकड़े सबसे निराशाजनक हैं। वहां लिंगानुपात 840 है।