जेएनयू छात्रसंघ के जनरल सेक्रेटरी रामा नागा ने बताया कि हमारे नाम वोटर लिस्ट में नहीं थे, लिहाजा नियमों के मुताबिक हम प्रशासनिक अधिकारी के पास अपने नाम लिस्ट में जुड़वाने के लिए गए। लेकिन हमें कहा गया कि हमने जुर्माना नहीं भरा है इसलिए लिस्ट में नाम नहीं है। जबकि अपीलीय प्राधिकरण की कार्रवाई के बाद हमें 23 अगस्त को ऑफिस ऑर्डर मिले हैं, जिसके मुताबिक छात्रों को 15 दिन के अंदर जुर्माना भरना है, लेकिन अभी 15 दिन पूरे नहीं हुए हैं, ऐसे में जेएनयू प्रशासन का ये कदम छात्रों के लिए किसी उत्पीडऩ से कम नहीं है।