
शिक्षा सुधार के लिए SPARC प्लानः विदेशों के साथ रिसर्च पर 418 करोड़ खर्च करेगी मोदी सरकार
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शुक्रवार को अकादमिक और अनुसंधान सहयोग संवर्धन परियोजना (SPARC) के तहत भारत और विदेशी संस्थानों के बीच सहयोग से अनुसंधान पर आगामी दो साल में 418 करोड़ रुपए खर्च करने की घोषणा की। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की ओर से दिए गए बयान से यह बात सामने आई है। उल्लेखनीय है कि वैश्विक स्तर पर शैक्षणिक संस्थानों के बीच भारत का प्रदर्शन बेहद खस्ता है। ऐसे में सरकार स्पार्क प्लान से शिक्षा का स्तर सुधारने की कोशिश की जा रही है। इससे रिसर्च को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
आईआईटी खड़गपुर करेगा समन्वय
एक अक्टूबर से शुरू होने वाली इस परियोजना का समन्वय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर द्वारा किया जाएगा और इसमें दुनिया के 500 अव्वल दर्जे के संस्थानों को शामिल किया जाएगा। जावड़ेकर ने ट्वीट किया, 'SPARC भारतीय संस्थानों और दुनिया के बेहतरीन विश्व विद्यालयों के बीच संयुक्त अनुसंधान परियोजना है।' इससे भारतीय शैक्षणिक संस्थाओं को विदेशी संस्थाओं के साथ मिलकर की जाने वाली रिसर्च का फायदा मिलेगा।
...ये है स्पार्क का पूरा प्लान
उन्होंने कहा, 'इससे विद्यार्थियों, संकायों और भारतीय संस्थाओं को दुनियाभर में अपना अनुभव बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी। SPARC में प्रौद्योगिकी, विज्ञान और भारत के लिए प्रासंगिक समाजिक विज्ञान समेत प्रमुख क्षेत्रों की संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। आईआईटी खड़गपुर इस परियोजना के लिए संस्थानों के बीच समन्वय स्थापित करेगा और परियोजना 1 अक्टूबर 2018 से चालू होगी।' इसका फायदा भारत के स्कॉलर्स को भी मिलेगा। रिसर्च को लेकर भारत के अब तक की भारत की सबसे परियोजनाओं में स्पार्क का नाम शुमार हो जाएगा।
Published on:
10 Aug 2018 06:20 pm
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