
सुभाष चन्द्र बोस के विचार।
नई दिल्ली। पूरा देश 74वें स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day 2020 ) का जश्न मना रहा है। इस मौके पर देशभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने लाल किले ( Red Ford ) की प्राचीर से देश को संबोधित किया और झंडा फहराया। हालांकि, कोरोना वायरस ( coronavirus ) के कारण इस बार जश्न का रंग थोड़ा फीका जरूर पड़ा है। जश्न-ए-आजादी के मौके पर हम आपको सुभाष चन्द्र बोस ( Subhash Chandra Bose ) के कुछ प्रेरणादायक विचार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे हर देशवासियों को जरूर पढ़ना चाहिए...
भारत की आजादी के लिए कई सपूतों ने अपने जीवन का बलिदान दिया है। यहां तक की लोगों ने घर और परिवार तक का त्याग कर दिया है। इसमें एक नाम सुभाष चन्द्र बोस (subhash chandra bose Qutoes) का भी शामिल हैं। आजादी और लोगों को जागरुक करने के लिए उन्होंने कई नारे और प्रेरणादयक विचार दिए हैं। सुभाष चन्द्र बोस ने ही कहा था, 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा'। इस तरह के उनके कई विचार हैं, जो आज भी लोगों के लिए प्रेरणस्त्रोत हैं।
- बोस ने कहा था, 'जीवन में अगर कोई संघर्ष न रहे, किसी भी भय का सामना न करना पड़े, तब जीवन का आधा स्वाद ही समाप्त हो जाता है।'
- उन्होंने कहा था कि संघर्ष ने मुझे मनुष्य बनाया, जिससे मुझमे आत्मविश्वास उत्पन्न हुआ ,जो पहले नहीं था
- अपनी ताकत पर भरोसा करो, उधार की ताकत तुम्हारे लिए घातक है- सुभाष चन्द्र बोस
- बोस ने कहा था, 'आजादी मिलती नहीं बल्कि उसे छीनन पड़ता है।'
- सुभाष चन्द्र बोस ने ही कहा था, 'याद रखिए सबसे बड़ा अपराध अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना है।'
- सफलता, हमेशा असफलता के स्तम्भ पर खड़ी होती हैं- सुभाष चन्द्र बोस
- उन्होंने कहा था कि यदि आपको कभी अस्थायी रूप से झुकना पड़े, तब भी वीरों की भांति झुकना।
- बोस ने कहा था, 'मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि हमारे देश की प्रमुख समस्याएं गरीबी, अशिक्षा, बीमारी, कुशल उत्पादन एवं वितरण सिर्फ समाजवादी तरीके से ही की जा सकती है।'
- मुझे जीवन में एक निश्चित लक्ष्य को पूरा करना है, मेरा जन्म उसी के लिए हुआ है, मुझे नैतिक विचारों की धारा में नहीं बहना है- बोस
Updated on:
15 Aug 2020 01:19 pm
Published on:
15 Aug 2020 11:55 am
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