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ग्लोबल थिंकर्स लिस्ट में सुषमा शामिल, पीएम ने ट्वीट कर दी बधाई

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्विटर पर जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए साल 2016 की ग्लोबल थिंकर्स लिस्ट में शामिल किया गया है।

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shiv shankar

Dec 14, 2016

Sushma Swaraj

Sushma Swaraj

नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्विटर पर जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए साल 2016 की ग्लोबल थिंकर्स लिस्ट में शामिल किया गया है। फॉरेन पॉलिसी मैगजीन ने यह लिस्ट तैयार की है। सुषमा को डिसीजन मेकर वाली केटेगरी में रखा गया है। उनके साथ हिलेरी क्लिंटन, जर्मनी की चांसलर अंजेला मार्केल, यूएन सचिव बान की मून और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्राडू भी उस लिस्ट में हैं।

ट्विटर पर 6.8 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स
ट्विटर पर सुषमा के 6.8 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। उन्होंने ट्विटर के जरिए देश के साथ-साथ विदेश में बैठे लोगों की भी पासपोर्ट की समस्या का समाधान किया है। हालांकि, स्वराज खुद इस वक्त अपनी किडनी ट्रांसप्लांट के सफल ऑपरेशन के बाद एम्स में हैं।

पीएम मोदी ने दी बधाई
सुषमा का नाम इस लिस्ट में आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी। मोदी ने लिखा, ‘अपनी मेहनती विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को देखकर मुझे काफी गर्व है। ग्लोबल थिंकर्स लिस्ट में शामिल होने पर बधाई।’


यमन में फंसे भारतीयों के लिए ट्विटर का प्रयोग
मैगजीन ने 'ट्विटर कूटनीति के अनोखे ब्रैंड को प्रचलित' करने के लिए सुषमा को बधाई दी। पत्रिका ने लिखा है, यमन में फंसे भारतीयों को निकालने से लेकर खोए हुए पासपोर्ट को बदलने में मदद के लिए स्वराज ने ट्विटर के आक्रामक इस्तेमाल के लिए 'कॉमन ट्वीपल्स लीडर' का उपनाम हासिल किया है।' स्वराज की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब लोगों को पता लगा कि सुषमा की किडनी खराब हो गई हैं तो कई लोगों ने उन्हें अपनी किडनी देने की पेशकश की थी। इसमें भारत के अलावा पाकिस्तान के लोग भी शामिल थे।

अनुपमा और विनीत नायर भी शामिल
इस लिस्ट में सुषमा स्वराज के अलावा परोपकार का काम करने वाले दंपती अनुपमा और विनीत नायर को भी शामिल किया गया है। उन लोगों को बच्चे को सिखाने के लिए टेक्नॉलोजी का इस्तेमाल करने के लिए चुना गया। यह जोड़ा ग्रामीण इलाकों में प्राइमरी एजुकेशन को सुधारने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है।

पत्रिका ने संपर्क फाउंडेशन के सह-संस्थापकों नायर दंपती को 'द मुगल्स' श्रेणी में 'ऐसी प्रौद्योगिकी की राह खोलने के लिए रखा है जिससे बच्चे सीख सकें।' अपने संपर्क फाउंडेशन के जरिए एचसीएल टेक्नॉलजी के पूर्व अधिकारी और उनकी पत्नी ग्रामीण भारत की प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था का सस्ती प्रौद्योगिकी से लैस शिक्षण उपकरणों के जरिए कायाकल्प करने के मिशन पर हैं।

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