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किसानों ने केंद्र सरकार से 29 दिसंबर को बातचीत का प्रस्ताव रखा

Highlights इस पत्र में MSP की कानूनी गारंटी देने की प्रकिया की मांग की गई। किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली मेरठ हाइवे जाम हो चुके हैं।

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Yogendra Yadav

नई दिल्ली। किसानों के आंदोलन का आज 32 वां दिन है। सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने अहम बैठक की है और आखिरकार वो सरकार के साथ संवाद करने के लिए तैयार हैं। किसान संगठनों ने सरकार को पत्र लिखकर बातचीत की अपील की है।

सुबह 11 बजे होगी बातचीत

किसान संगठनों ने शनिवार को सरकार को पत्र लिखा और 29 दिसंबर को बातचीत का प्रस्ताव रखा है। किसान संगठनों ने इस पत्र के जरिए की है कि 29 दिसंबर को सुबह 11 बजे बातचीत हो। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से लिखे इस पत्र में MSP की कानूनी गारंटी देने की प्रकिया और प्रावधान पर मांग की गई है। इसके साथ किसानों की अपील है कि कि 'विद्युत संशोधन विधेयक 2020' के मसौदे में जरूरी बदलाव पर बातचीत की जाए।

किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली मेरठ हाइवे जाम हो चुके हैं। दिल्ली का जयपुर से सड़क संपर्क टूट चुका है। अलवर जिले में बने बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसान धरने पर बैठ चुके हैं। अमृतसर और जयपुर से आंदोलनकारी किसानों का दिल्ली की ओर आना अभी भी जारी है। इस कारण दिल्ली-जयपुर हाइवे पर लंबा जाम लगा हुआ है। राजस्थान के अलवर जिले में शहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। पुलिस ने ऐहतियातन सुरक्षा बढ़ाई है। किसानों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग के इंतजाम किए हैं।