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इस बार रिपब्लिक डे पर नहीं होंगे चीफ गेस्ट, सरकार ने अभी तक किसी विदेशी मेहमान को नहीं भेजा न्योता

ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को यात्रा रद्द करने की सूचना दी थी। जॉनसन भारत आते तो यह सम्मान पाने वाले दूसरे ब्रिटिश पीएम होते।

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ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने कल पीएम मोदी से की थी इस मुद्दे पर बातचीत।

नई दिल्ली। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिश जॉनसन द्वारा कोरोना के नए स्ट्रेन संकट को देखते हुए गणतंत्र दिवस परेड में आने से इनकार करने के बाद से इस बात की चर्चा है कि अब रिपब्लिक डे पर मुख्य अतिथि कौन होगा। इस बीच जानकारी यह मिली है कि कोई गणतंत्र दिवस परेड पर इस बार कोई विदेशी मेहमान यानि मुख्य अतिथि नहीं होंगे। अभी तक सरकार द्वारा किसी नए विदेशी मेहमान को इसके लिए निमंत्रण नहीं भेजा गया है। जानकारी ये भी है कि सरकार इस तरह की योजना भी नहीं है। हालांकि इस बात की अभी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है।

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बता दें कि इस बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आमंत्रित थे। लेकिन उन्होंने ब्रिटेन में फैले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की वजह से भारत दौरा रद्द कर दिया है। इस बारे में उन्होंने मंगलवार को पीएम मोदी से बातकर इसकी जानकारी दी थी। बोरिस जॉनसन ने समारोह में शामिल न होने के लिए भारत नहीं जा पाने के लिए खेद व्यक्त किया है। इससे पहले 1993 में ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉन मेजर गणतंत्र दिवस परेड पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। अगर बोरिस जॉनसन आते तो यह सम्मान पाने वाले वह दूसरे ब्रिटिश पीएम होते।

रिपब्लिक डे पर कोरोना का साया

दरअसल, ब्रिटेन में कोविड-19 का नया स्ट्रेन मिलने के बाद वहां नए सिरे से लॉकडाउन लगाया गया है। ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन तेजी से संक्रमण फैलाता है। नए वायरस के सामने आने के बाद से कई देशों ने यात्रा संबंधी प्रतिबंध भी लगाए हैं। यात्रा पर अस्थायी बैन लगाने के बावजूद 30 से ज्यादा देशों में म्युटेंट वर्जन से संक्रमण के मामले पाए गए हैं। भारत में इस तरह के 58 मरीज मिले हैं। ये सभी मरीज या तो ब्रिटेन से आए हैं या फिर ब्रिटेन के यात्रियों के संपर्क में आए थे।