
नई दिल्ली। पिता की छोटी से गलती की कीमत बच्चों को जान देकर चुकानी पड़ेगी यह बात राजू ने कभी सपने में भी नहीं सोची थी। कैब ड्राइवर रोजाना की तरह कैब घर खड़ी करके ऊपर चला गया। तभी उसका चार वर्षीय बेटा और छह वर्षीय भांजा खेलने के लिए कैब में जा बैठे। तभी राजू को याद आया कि वह गाड़ी को लॉक करना भूल गया है। इसलिए उसने दूर से ही रिमोट से कार को लॉक कर दिया। और भी जो हुआ यह जानकार किसी काभी गला रुंध जाए। कार में बंद दोनों बच्चे घंटो छटपटाते रहे और फिर दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
पुलिस भी करती रही तलाश
दरअसल, आउटर दिल्ली के रणहौला एरिया निवासी राजू ओला कैब चलाते हैं। रोजाना की तरह बुधवार दोपहर को वह कैब से घर लौटे और कार खड़ी करके ऊपर कमरे में चले गए। इस बीच राजू का बेटा और भांजा किसी तरह खेलते-खेलते कार में जा घुसे। कुछ देर बाद राजू को याद आया कि कार लॉक नहीं कि तो राजू ने वहीं से ही कार को सेंटर लॉक कर दिया। उधर, जब काफी देर तक बच्चे नहीं दिखाई दिए तो घरवालों ने उनकी तलाश शुरू की। पुलिस को सूचना दी गई। परिजनों को शिकायत पर पुलिस भी बच्चों की तलाश में जुट गई। गलियों में बच्चों को ढूंढा जाने लगा। दूर दूर तक काफी प्रयास के बाद भी जब बच्चों को कहीं कोई अतापता नहीं चला। तो किसी की नजर गाड़ी पर गई। गाड़ी खोली तो दोनों बच्चे सीट के नीचे गिरे हुए हैं। तुरन्त उन्हें तारक हॉस्पिटल ले जाया गया जहां बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया।
अपहरण का मामला हुआ था दर्ज
चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस ने पहले इस मामले में बच्चों के परिवार वालों की शिकायत पर अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था। आस पड़ोसी, रिश्तेदारी और परिचितों में बच्चों की बड़े पैमाने पर तलाश की जा रही थी, लेकिन किसी को इस बात का ख्याल नहीं किया गाड़ी को भी चेक कर लिया जाए।
Published on:
07 Oct 2017 09:30 am
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