
सेल्फ स्टाइल गॉडमैन रामपाल
नई दिल्ली. जेल में बंद तथाकथित संत बाबा रामपाल के आश्रम में दो अनुयायियों की मौत हो गई है। घटना रामपाल के दिल्ली के मुंडका इलाके में स्थित आश्रम में हुई है। बताया जा रहा है कि सोमवार शाम को आश्रम में सेप्टिक टैंक की सफाई करते वक्त ही मौत हो गई जबकि दो अन्य व्यक्ति घायल हो गए थे। पुलिस ने आश्रम प्रबंधन पर लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया है। पुलिस को अंदेशा है कि ये हत्या भी हो सकती है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटनाओं के क्रम का पता लगाया जाएगा और आश्रम की कथित लापरवाही की जांच की जाएगी।
बता दें कि सेल्फ स्टाइल गॉडमैन रामपाल के इस आश्रम में फिलहाल 200 समर्थक रह रहे हैं। जानकारी के अनुसार ये सब आश्रम की कैंटीन में खाना बनाते हैं और भक्ति करते हैं। सोमवार शाम को 30 वर्षीय अमरजीत और 27 वर्षीय माखन लाल, 90 फुट गहरे सेप्टिक टैंक में सफाई करने उतरे थे जहां जहरीली गैसों के संपर्क में आ गए। बाद में उन्हें बचाने के लिए उतरा मुकेश (25) भी बेहोश हो गया था। आश्रम प्रबंधन ने पुलिस को बताया कि तीनों को अस्पताल ले जाया गया जहां दो लोगों को मृत घोषित कर दिया गया जबकि मुकेश का उपचार चल रहा है और उसे अभी होश नहीं आया है। वहीं सूत्रों के अनुसार तीनों को निकालने की कोशिश में कुछ और लोग भी घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि सेप्टिक टैंक में पानी नहीं था बस कुछ गंदगी थी जिसको साफ करने के लिए वे उतरे थे।
जेल में हैं रामपाल :
गौरतलब है कि तथाकथित संत बाबा रामपाल फिलहाल जेल में है। उसे 2014 में गिरफ्तार किया गया था। 67 साल के रामपाल पर मर्डर की साजिश का आरोप है। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस हिसार के बरवाला वाले आश्रम पहुंची थी। वहां बाबा के 15,000 समर्थक मौजूद थे जिन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया। पूरी घटना में 200 लोग जख्मी हुए थे। छह लोग मारे गए थे। जिसमें पांच महिलाएं और एक बच्चा भी शामिल था। रामपाल के समर्थकों ने अंदर से पुलिस पर गोलियां, पत्थर सब चलाए थे। पेट्रोल बम और एसिड बम भी फेंके गए थे।
दो मामलों में किया बरी, 8 बाकी :
हाल ही में संत रामपाल को दो केसों में बरी कर दिया गया है। अब तक पुलिस रामपाल पर 10 केस थे। पहले केस लोगों को बंधक बनाने का था। दूसरा केस पुलिस पर हमला करने का था, लेकिन देशद्रोह और हत्या का मुकदमा उनपर चलता रहेगा। अभी उसपर कुल आठ केस और बचे हुए हैं। सतलोक आश्रम में जब रामपाल को पुलिस पकडऩे आई थी तब वहां पुलिस पर हमला हुआ था। उसके बाद जिन लोगों को बाहर निकाला गया था उन्होंने रामपाल पर बंधक बनाने का आरोप लगाया था।
Published on:
19 Sept 2017 11:46 am
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