कोई आर्थिक मदद उपलब्ध नहीं कराई गई दिल्ली के सर्वोद्य ड्राइवर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलजीत सिंह का कहना है कि हम हड़ताल को लेकर मजबूर हैं। दिल्ली एनसीआर के करीब दो लाख चालक इस हड़ताल का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि सरकार से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद हमें कोई आर्थिक मदद उपलब्ध नहीं कराई गई है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण चालक वित्तीय संकट मंडरा रहा है। आर्थिक तंगी के कारण वाहनों की किस्त भरना मुश्किल हो रहा है।
वाहन जब्त हो जाने का डर बना हुआ है लोन अदायगी को लेकर मिली छूट की अवधि अब समाप्त हो गई है। बैंक वाले लगातार हम पर दबाव बनाए हुए हैं। ईएमआई अदा नहीं कर पाने पर उनके वाहन जब्त हो जाने का डर बना हुआ है। सिंह के अनुसार हमारी मांग है कि किश्त के लिए स्थगन का आदेश आगे बढ़ाया जाए। इसके साथ किराए में बढ़ोतरी की जाए। ओला उबर चालकों को दिए कमीशन को भी बढ़ाएं। इसके साथ ओवर स्पीडिंग के जो चालान राशि है उसे भी माफ किया जाए।
यात्रियों को काफी परेशानी सामना करना पड़ सकता है गौरतलब है कि अगर हजारों ड्राइवरों के हड़ताल पर जाने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी सामना करना पड़ सकता है। कोरोना के कारण सीमित सरकारी बसें सीमित संख्या में चलाईं जा रही हैं। वहीं मेट्रो का संचालन अभी तक शुरू नहीं हो सका है। खासकर नौकरीपेशा वाले लोगों को यात्रा में काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।