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बंगाल में बवाल: मैदुल इस्लाम मिड्डा की मौत पर ममता की सफाई- परिवार ने खुद कोई शिकायत नहीं की

Highlights. - डीवाईएफआई के कार्यकर्ता मैदुल इस्लाम मिड्डा की पुलिस के साथ एक मुद्दे पर झड़प हो गई थी- दावा किया जा रहा कि घटना में वह घायल हो गए थे, जिसके बाद सोमवार को उनकी मौत हो गई - मिड्डा की मौत से राज्य में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है, मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार ने कोई शिकायत नहीं की है  

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Ashutosh Pathak

Feb 16, 2021

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नई दिल्ली।

बंगाल में पिछले दिनों डेमाक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के कार्यकर्ता मैदुल इस्लाम मिड्डा की पुलिस के साथ एक मुद्दे पर झड़प हो गई थी, जिसमें वह घायल हो गए थे। सोमवार 15 फरवरी को मिड्डा की मौत हो गई। इसके बाद ही राज्य में राजनीतिक बवाल बढ़ गया है। पुलिस के अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी सवाल पूछे जा रहे हैं।

विवाद बढ़ता देख मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी ओर से बयान देकर सफाई पेश की है। उन्होंने कहा, इस घटना को लेकर मृतक के परिजनों की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। पूरे मामले की सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सबके सामने आ जाएगी।

बता दें कि डेमोके्रटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवीएफआई) कार्यकर्ता मैदुल इस्लाम मिड्डा पुलिस के साथ हुई झड़प में घायल हो गई थी। घटना गत 11 फरवरी की है, मगर चार दिन बाद यानी 15 फरवरी को मिड्डा की मौत हो गई।

मैदुल इस्लाम मिड्डा की मौत से पश्चिम बंगाल में तनाव पैदा हो सकता है। यह स्थिति तब है जब राज्य में जल्द चुनाव होने है और राजनीतिक बयानबाजियां तेज हो गई हैं। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) ने मिड्डा की मौत के लिए राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार बताया है। वहीं, तृणमूल ने मिड्डा की मौत को खुदकुशी बताया है। दूसरी ओर राज्य में तेजी से उभर रही भाजपा की ओर से कहा गया कि तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में हर मोर्चे पर अपना नियंत्रण खो दिया है।

कोलकाता पुलिस के अधिकारियों ने अपनी ओर से जारी बयान में कहा कि मैदुल इस्लाम मिड्डा की मौत के कारणों की पुष्टि अभी नहीं हुई है। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है। वैसे पुलिस ने इस मामले में कोलकाता के शेक्सपियर सरानी पुलिस थाने में एक एफआईआर भी दर्ज की है।

गौरतलब है कि 11 फरवरी को वामपंथी दलों की युवा और छात्र संघ इकाई ने राज्य सचिवालय पर विरोध प्रदर्शन किया था। इन प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हो गई थी। पुलिस ने लाठीजार्च भी किया और आंसू गैस के गोले भी दागे। दावा किया जा रहा है कि इसी झड़प में मैदुल इस्लाम मिड्डा घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।