
नई दिल्ली। उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से धौली नदी में बाढ़ आ गई है। इससे चमोली के आस पास के इलाके में खतरा बढ़ गया है। इस आपदा को लेकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रेस कॉन्फ्रेंस की है।सीएम ने कहा, ‘आपदा की वजह से राज्य को भारी नुकसान हुआ है। केंद्र सरकार पूरी मदद कर रही है।पीएम मोदी ने फोन पर तत्काल बात की और हरसंभव मदद की बात कही। इसके साथ ही एसडीआरएफ और मेडिकल टीम को तैनात कर दिया है।’
मुआवजे का ऐलान
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपयों का मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने चमोली में ग्लेशियर के टूटने से आई तबाही में मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। उन्होंने PMNRF से मृतकों के परजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
वहीं जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि , ‘आपदा के बीच ITBP के जवानों ने उन 16 लोगों को बचा लिया है जो चमोली-तपोवन की एक सुरंग में फंस गए थे। राज्य सरकार मिलकर राहत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। इस समय सबसे जरूरी है अफ़वाहों से बचना, सतर्क रहें।’
2 दिनों तक नहीं होगी बारिश
बता दें DRDO के हिमस्खलन एक्सपर्ट की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है। ये टीम राहत, बचाव और बाद में पुनर्वास कार्यक्रम में मदद करने के लिए भेजी गई है। वहीं मौसम विभाग ने बताया कि 2 दिनों तक कोई बारिश नहीं होगी ।इसलिए रेस्क्यू में किसी भी तरीके की दिक्कत नहीं आएगी। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि निचले गांव में बाढ़ का खतरा नहीं है क्योंकि जल स्तर लगातार घट रहा है।एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक उत्तराखंड त्रासदी में पानी के तेज बहाव का असर फिलहाल अभी तक सिर्फ श्रीनगर तक ही देखा जा रहा है। मैदानी इलाकों में फिलहाल अभी इसके असर की कोई संभावना नहीं है।
Updated on:
07 Feb 2021 10:11 pm
Published on:
07 Feb 2021 07:26 pm
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