
नई दिल्ली. कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में भारत ने चीन और अमरीका जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है। वैक्सीन डिप्लोमेसी के तहत दुनिया में सबसे मजबूत देश बनकर उभरा है। चीन अपनी वैक्सीन बेचने की कोशिश में है तो वहीं भारत रणनीति के तहत मांग व जरूरत अनुसार अनुदान व गिफ्ट के रूप में भी मुहैया करा रहा है। अब तक पड़ोसी देशों नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार, सेशेल्स व मालदीव को वैक्सीन भेज चुका है। ४९ गरीब देशों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराने की योजना है। इसमें कई लैटिन अमरीकी राज्य भी शामिल हैं।
14 पड़ोसी व गरीब देशों को मुफ्त वैक्सीन
14पड़ोसी व गरीब देशों को 68 लाख कोरोना वैक्सीन की खुराक मुफ्त में मुहैया करा चुका है। इसकी पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है।
देश-अनुदान
बांग्लादेश-20 लाख
म्यांम्यार-20 लाख
नेपाल-10 लाख
श्रीलंका-05 लाख
अफगानिस्तान-05 लाख
भूटान-1.5 लाख
मालदीव-01 लाख
मारीसश-01 लाख
बारबेडोस-01 लाख
बहरीन-01 लाख
ओमान-01 लाख
डोमिनिका-70 हजार
सेशेल्स-50 हजार
डोमिनिक गणराज्य-30 हजार
मदद के साथ बिजनेस भी
देश-बेचा
बांग्लादेश-50 लाख
ब्राजील-20 लाख
नेपाल-20 लाख
मोरक्को-20 लाख
द. अफ्रीका-10 लाख
कुवैत-02 लाख
संयुक्त अरब अमीरात-02 लाख
इजिप्ट-50 हजार
अल्जीरिया-50 हजार
आगे क्या रणनीति
विदेश मंत्रालय की योजना के अनुसार सरकार लैटिन अमरीका, कैरेबियाई देशों, एशिया व अफ्रीका महाद्वीप समेत 49 देशों को मुफ्त वैक्सीन आपूर्ति की तैयारी है। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए 2 लाख वैक्सीन गिफ्ट के रूप में देने का वादा किया है।
दुनिया भर में भारत की तारीफ
वैक्सीन डिप्लोमेसी की दौड़ में भारत लीडर बनकर उभरा है। अपने नागरिकों के लिए तय वैक्सीन की संख्या के मुकाबले तीन गुना ज्यादा वैक्सीन निर्यात किया है।
वैक्सीन डिप्लोमेसी क्यों?
1- चीन की सेलिंग व इकोनॉमिकल पॉलिसी को मात देना
2- अपने पड़ोसी देशों से दोस्ताना रिश्ते को और मजबूत करना
3- तेल उत्पादक देशों को मदद, चीन-अमरीका से बेहतर बताना
4- पूरी दुनिया को मेक इन इंडिया यानी नया भारत का संदेश देना
Published on:
21 Feb 2021 06:41 pm
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