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26 अगस्त से शुरू होगी वैष्णो देवी यात्रा की हेलीकॉप्टर बुकिंग और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, ये होंगे नियम

Vaishno Devi Yatra Online Registration : कोरोना महामारी के चलते लंबे अरसे बाद 16 अगस्त से वैष्णो देवी को भक्तों के लिए खोला गया था पहले हेलीकॉप्टर सेवा पर रोक थी, लेकिन अब श्राइन बोर्ड ने दोबारा इसे बहाल किया है

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Vaishno Devi Yatra Online Registration

नई दिल्ली। कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) के चलते धार्मिक स्थलों में दर्शन पर भी रोक लगा दी गई थी। हालांकि अनलॉक प्रणाली लागू होने पर मशहूर तीर्थ स्थानों को दोबारा खोला गया। कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर (Mata Vaishno Devi) को 16 अगस्त से दर्शन के लिए खोला गया था। शुरुआती दौर में महज 2,000 तीर्थयात्रियों को ही दर्शन की अनुमति मिली थी। अब ये सीमा बढ़ा दी गई है। मगर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए ऑनलाइन पंजीकरण ही किया जा रहा है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की ओर ऑनलाइन यात्रा रजिस्ट्रेशन (Online Registration) और हेलीकॉप्टर की बुकिंग 26 अगस्त से 5 सितंबर 2020 तक उपलब्ध रहेगी।

अभी तक हेलीकॉप्टर सेवा पर रोक थी, लेकिन तीर्थ यात्रियों की मांग को देखते हुए श्राइन बोर्ड की ओर से ये सेवा दोबारा बहाल की जा रही है। श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार जांगिड का कहना है कि इच्छुक यात्री 26 अगस्त से टिकटों की बुकिंग करा सकते हैं। इससे उन्हें यात्रा की निश्चित डेट मिल जाएगी। इससे मंदिर प्रशासन को भी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने का वक्त मिल पाएगा। इस सिलसिले में बोर्ड की तरफ से कई दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं।

10 साल से कम उम्र के बच्चे नहीं कर सकते यात्रा
चूंकि बच्चों में संक्रमण का खतरा ज्यादा हो सकता है इसलिए प्रशासन के निर्देशानुसार श्राइन बोर्ड ने 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को यात्रा की अनुमति नहीं दी है। इसके अलावा सभी तीर्थयात्रियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। यात्रा रात में बंद कर दी जाएगी

आरती में नहीं हो सकेंगे शामिल
मंदिर प्रांगढ में भीड़ न हो इसके लिए थोड़े समय के लिए भक्तों को सुबह आयोजित होने वाली आरती में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसमें केवल पुजारी एवं मंदिर के सदस्य ही मौजूद रहेंगे। बाद में स्थिति का जायजा लेने के बाद इस दिशा में कोई कदम उठाया जाएगा।

परीक्षण प्रोटोकॉल का करना होगा पालन
काउंटरों पर भीड़ से बचने के लिए तीर्थयात्रियों का पंजीकरण केवल ऑनलाइन किया जा रहा है। इससे बोर्ड को पता रहेगा कि वास्तव में कितने भक्त दर्शन के लिए आ रहे हैं। वे दिन के अनुसार इसकी एक समय सीमा तय की है। जिसमें सीमित लोग ही एक दिन में दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों को कोरोना वायरस परीक्षण प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव होने पर ही उन्हें यात्रा जारी रखने की अनुमति होगी।