सीकर/नई दिल्ली। दिल्ली में हुई हिंसा का शिकार हुए दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) के हेड कांस्टेबल रतन लाल को ग्रामीणों ने शहीद का दर्जा और परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है। रतन लाल के पैतृक गांव राजस्थान के सीकर के तिहावली में उनकी मौत की सूचना पर उमड़े ग्रामीणों ने उन्हें शहीद का दर्जा देने के साथ ही अन्य मांगें भी रखी हैं। दिल्ली हिंसा में रतनलाल की मौत के बाद फतेहपुर ( सीकर ) में ग्रामीणों ने किया रास्ता जाम कर दिया है।
नेशनल हाइवे संख्या 11 पूरी तरह बंद है। सीकर के सदिनसर गांव के पास हाइवे पर ग्रामीण बैठे हैं। मांग स्वीकार होने तक ग्रामीणों ने शव को लेने से इनकार कर दिया है। यहां तक कि ग्रामीण शबर को लेरक गांव जाने को भी तैयार नहीं हैं।
बता दें कि दिल्ली सरकार ने शहीद के परिजनों को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा कर रखी है। ऐसे में यदि रतन लाल को शहीद का दर्जा दिया जाता है तो उनके परिजनों को दिल्ली सरकार की ओर से एक करोड़ रुपए का मुआवजा भी मिलेगा। हालांकि दिल्ली पुलिस के दिवंगत जवान के परिजनों और ग्रामीणों को उम्मीद है कि देश सेवा में शहादत देने वाले उनके सपूत को शहीद का दर्जा के साथ मुआवजा भी मिलेगा।