उत्तर भारत के ज्यादा इलाकों में सर्दी का सितम बदस्तूर जारी है। मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण हल्की से मध्यम बारिश पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में होने का अनुमान है। इससे कई इलाकों में पारा एक बार फिर लुढ़केगा और ठंड बढ़ सकती है।
निर्भया के दोषियों को फांसी के लिए दिल्ली सरकार ने उठाया बड़ा कदम इन राज्यों में बारिश की आशंका
मौसम विभाग की मानें तो पश्चिम विक्षोभ के चलते देश के मध्य इलाकों समेत कई राज्यो में बारिश की आशंका बनी हुई है। इनमें ओडिशा, विदर्भ और पश्चिम बंगाल प्रमुख रूप से शामिल हैं। जबकि मध्य प्रदेश, छत्सीगढ़ और राजस्थान के कई इलाकों में हल्की बूंदा-बांदी के आसार हैं।
मौसम विभाग की मानें तो पश्चिम विक्षोभ के चलते देश के मध्य इलाकों समेत कई राज्यो में बारिश की आशंका बनी हुई है। इनमें ओडिशा, विदर्भ और पश्चिम बंगाल प्रमुख रूप से शामिल हैं। जबकि मध्य प्रदेश, छत्सीगढ़ और राजस्थान के कई इलाकों में हल्की बूंदा-बांदी के आसार हैं।
पूर्वोत्तर के राज्यों में भी अलग-अलग स्थानों पर तेज हवाओं के साथ गरज और बारिश होने की संभावना है, जिससे एक बार फिर से मौसम में बदलाव होगा। दिल्ली में लुढ़केगा पारा, छा सकता कोहरा
मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी दिल्ली में भी मौसम का मिजाज एक बार फिर करवट लेगा। यहां मध्यम कोहरे की वजह से न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बदलाव देखने को मिलेगा। न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस और 21 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है, हालांकि आने वाले सप्ताह के बाद से सुबह और शाम की गलन में कमी आएगी और ठंड से लोगों को राहत मिलेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी दिल्ली में भी मौसम का मिजाज एक बार फिर करवट लेगा। यहां मध्यम कोहरे की वजह से न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बदलाव देखने को मिलेगा। न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस और 21 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है, हालांकि आने वाले सप्ताह के बाद से सुबह और शाम की गलन में कमी आएगी और ठंड से लोगों को राहत मिलेगी।
मौसम की जानकारी देने वाली निजी संस्था स्काईमेट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी छत्तीसगढ़, ओडिशा और पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों के साथ-साथ उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश, जबकि तमिलनाडु और केरल में छिटपुट वर्षा होने की संभावना है।
पूर्वोत्तर राज्यों की बात करें तो अरुणाचल प्रदेश, असम सहित नागालैंड के कुछ हिस्सों में बारिश की गतिविधियाँ बढ़ सकती हैं। उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अब शुष्क मौसम देखने को मिल सकता है, उत्तर पश्चिमी और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में गिरावट आने की संभावना है।