
नई दिल्ली। कलेक्टर साहब आप जनता के सेवक हैं तो फिर 'अपुन इच भगवान है', वाली फीलिंग कहां से घुस गई। कलेक्टर हो तो किसी को भी हड़का दोगे, किसी को भी थप्पड़ जड़ दोगे। आखिर ये अधिकार आपको किसने दिया? मैरिज होम में यूं घुसकर लोगों पर रोब गालिब करना। शादी में शामिल लोगों को लाठियां लगवाना...कहां की अफसरशाही है? क्या आपको याद नहीं कि ट्रेनिंग के समय आपको जन सेवा की शपथ दिलवाई गई थी? आपने अपने व्यवहार से अफसरशाही पर कलंक लगा दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल
वेस्ट त्रिपुरा के जिलाधिकारी शैलेश कुमार यादव का वीडियो इन दिनोंं सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह एक मैरिज होम पर छापा मारते नजर आ रहे हैं। जिसमें डीएम शैलेश यादव काफी गुस्से में दिखाई दे रहे हैं। डीएम हॉल में मौजूद पुलिसकर्मियों को भी फटकार लगा रहे हैं। डीएम के ऐसे व्यवहार को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स काफी गुस्से में हैं। सोशल मीडिया पर लोग सवाल पूछ रहे हैं कि माना नियमों की अनदेखी हुई हैै, लेकिन नियमों को मनवाने का यह कौन सा तरीका है? आप डीएम हैं तो क्या आपको जनता को बेइज्जत करने का अधिकार मिल गया है। कम से कम दूल्हा-दुल्हन और उसके परिवार वालों को तो बख्श दिया होता। आपने दूल्हे को गर्दन पकड़कर धकियाया और दुल्हन को स्टेज से उतार दिया।
और तो और आपने बच्चों और बुजुर्गों को भी नहीं बख्शा। बच्चे सहमे हुए थे और डर कर अपनी मां के आंचल में छिपे हुए थे। आपको बता दें कि डीएम शैलेश यादव ने ईस्ट अगरतला स्थित एक मैरिज होम पर छापा मारकर शादी को बीच में ही रुकवा दिया था। इस दौरान डीएम गुस्से में काफी उखड़े हुए नजर आ रहे थे। शादी में शामिल लोगों पर कोरोना वायरस के चलते लागू नाइट कफ्र्यू के उल्लघंन का आरोप था।
Updated on:
28 Apr 2021 07:08 pm
Published on:
28 Apr 2021 06:39 pm
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