हम आपको बताते हैं कि दरअसल टूलकिट होता क्या है और ग्रेटा ने जिसे पोस्ट किया है, उसमें लिखा क्या है।
आज विभिन्न देशों में अलग-अलग मुद्दों पर आंदोलन चल रहे हैं। अकेले अमरीका में कई बड़े मुद्दों पर आंदोलन हो रहा है। इनमें ब्लैक लाइव्स मैटर, एंटी लॉकडाउन प्रोटेस्ट और क्लाइमेट स्ट्राइक कैंपेन भी शामिल हैं। रूस में नवलेनी की रिहाई का मुद्दा है, जबकि भारत में चल रहा किसान आंदोलन इन दिनों खासी चर्चा में है। ऐसे सभी आंदोलनों में इनसे जुड़े लोग कुछ कार्यवाही बिंदु या एक्शन प्वाइंट्स तैयार करते हैं। इसमें ऐसी बातें और प्वांइट जोड़े जाते हैं, जो आंदोलन को सक्रिय रखने और आगे बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं। जिस दस्तावेज में इन्हें जोड़ा या दर्ज किया जाता है, उसे ही सामान्य बोलचाल में टूलकिट कहते हैं। हालांकि, यह शब्द दस्तावेज के तौर पर सोशल मीडिया में अधिक इस्तेमाल होता है। मगर इसमें पूरी रणनीति और आंदोलन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी दी जाती है। इसे उन लोगों को भेजा जाता है, जो संबंधित आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं या फिर जो इसे आगे ले जा सकते हैं।
किसान आंदोलन के संदर्भ में ग्रेटा ने जो टूलकिट पोस्ट किया वह असल में तीन पन्ने का है। इसमें सबसे ऊपर एक संदेश लिखा है। इसके मुताबिक, यह वह दस्तावेज है, जो भारत में चल रहे किसान आंदोलन से अनजान लोगों को कृषि क्षेत्र की वर्तमान स्थिति और किसान आंदोलन की पूरी जानकारी देगा। इसके जरिए लोगों को बताना है कि कोई भी व्यक्ति कैसे अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए इस आंदोलन में किसानों का समर्थन कर सकता है।