
Guru Swami Dayanand Giri
नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अपने गुरू स्वामी दयानंद गिरी से मिलने के
लिए ऋषिकेश पहुंचे। जो कुछ समय से अस्वस्थ्य चल रहे है। पीएम नरेन्द्र मोदी लगभग 40 मिनट तक अपने गुरू स्वामी दयानंद गिरी के साथ ऋषिकेश क्षेत्र में
उनके आश्रम में मिले। माना जा रहा है कि स्वामी दयानंद का नरेन्द्र मोदी
के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है और वह अपने गुरू की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते
हैं। लेकिन क्या आप जानते कौन हैं यह स्वामी दयानंद गिरी!
स्वामी दयानन्द
गिरी ऋषिकेश के दयानन्द सरस्वती आश्रम और कोयंबटूर के अर्श विद्या गुरूकुलम के एक
शिक्षक है। वह एक शंकर परंपरा में वेदांत और संस्कृत के शिक्षक हैं। जो करीब 50
सालें से देश और विदेश स्तर पर वेदांत की शिक्षा दे रहे हैं।
सरस्वती आश्रम के पूरे भारत देश में 100 से ज्यादा केन्द्र संचालित किए जाते हैं जबकि ऋषिकेश, कोयंबटूर
और नागपुर में कुल तीन केन्द्र हैं। वहीं अमरीका के पेंसिलविनिया में भी आश्रम का
एक केन्द्र है।
स्वामी दयानन्द्र गिरी ने वर्ष 2000 में सेवा के लिए अखिल
भारतीय आंदोलन की स्थापना की। उनको 2005 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा सम्मानित किया
गया है। पीएम मोदी प्रधानमंत्री बनने से पहले भी स्वामी जी के संपर्क में रहे
हैं।
स्वामी दयानंद 2013 में गांधी नगर भी गए थे। इसके अलावा वह कई अंतर्राष्ट्रीय
मंचों पर भी वेंदात, धार्मिक और मानवीय हितों के प्रयासों का प्रतिनिधित्व कर चुके
हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में नरेन्द्र मोदी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
का प्रस्ताव रखे जाने पर उन्हें बधाई भी दी थी।
प्रधानमंत्री बनने के बाद
मोदी की उत्तराखंड की यह पहली यात्रा है। इससे पहले उन्होंने 2014 में लोकसभा चुनाव
के प्रचार के दौरान इस राज्य का दौरा किया था।
Published on:
12 Sept 2015 01:19 am
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