बता दें कि 27 फरवरी को राजौरी के नौशेरा सेक्टर में डॉगफाइट के बाद विंग कमांडर पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र में चला गया था, जहां पाकिस्तान सेना ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन भारत ने इस मामले में पाकिस्तान पर ऐसा दबाव बनाया कि खुद इमरान खान को अभिनंदन की रिहाई का ऐलान करना पड़ा।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत वायुसेना के बड़े अधिकारी और कई केंद्रीय मंत्री वाघा बॉर्डर पर अभिनंदन का स्वागत करेंगे। सीएम अमरिंदर सिंह ने टि्वटर पर लिखा है कि मैं, पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा कर रहा हूं। मैं वर्तमान में अमृतसर में हूं। पता चला है कि पाकिस्तान सरकार ने वाघा से अभिनंदन को भेजने का फैसला किया है। यह मेरे लिए सम्मान की बात होगी कि मैं उसके स्वागत में वहां रहूं और उसे रिसीव करूं, क्योंकि वह और उसके पिता एनडीए के पूर्व छात्र हैं।
जानकारी के मुताबिक विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को साफ कर दिया था कि बगैर किसी चोट के पायलट की जल्द रिहाई होनी चाहिए। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर सौदेबाजी से भी इनकार कर दिया था। इसके लिए भारत कांसुलर एक्सेस की मांग नहीं कर रहा बल्कि फौरन रिहाई की मांग कर रहा है। पाकिस्तान को चेतावनी भरे लहजे भारत ने कहा था कि अगर पायलट को कुछ हुआ, तो वो एक्शन के लिए तैयार रहे।