भैंस और गधे को दूध से कराया स्नान बुलढाणा जिले के डोनगांव में एक गधे को दूध से नहला कर आंदोलन करने की खबर, वहीं, वाशिम में काली भैसों को दूध से नहलाया गया। प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारी भैसों पर दूध फेंकते नजर आए। वहीं स्वाभिमानी शेतकारी किसान संगठन के कार्यकर्तों ने सांकेतिक तौर पर प्रदर्शन करते हुए स्थानीय बच्चोंं को दूध भी बांटा। कई जगहों से खबर आई कि किसानों ने दूध ले जा रहे वाहनों को भी रोका और दूध सड़कों पर फेंक दिया। अमरावती, पुणे, नागपुर, कोल्हापुर में भी किसान सड़कों पर उतर आए। आंदोलनकारियों की तरफ से सरकारी बसों में भी तोड़फोड़ की खबर है। प्रदर्शनकारियों ने मुंबई सहित कई शहरों में दूध की आपूर्ति रोकने का हर संभव प्रयास किया। लेकिन पश्चिम रेलवे ने गुजरात से दूध लाकर मुंबईवासियों तक पहुंचाया। स्वाभिमानी संगठन के नेता शेट्टी ने मुताबिक, ‘हमने सभी किसानों से सड़क पर उतरने को कहा है। सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही, इसलिए आंदोलन उग्र होता जा रहा है। दूध का नुकसान हो रहा है ।
दूध उत्पादकों के प्रदर्शन पर सियासत! शिवसेना बोली- बुलेट ट्रेन की जगह इन्हें सब्सिडी दे दो इन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं दूध उत्पादक आपको बता दें कि महाराष्ट्र में दूध उत्पादकों के विरोध प्रदर्शन की वजह से मुंबई, पुणे, नागपुर, नासिक और अन्य प्रमुख शहरों के लिए दूध की समस्या खड़ी हो गई है। इन शहरों में जा रहे दूध के टैंकरों को प्रदर्शनकारी रोक रहे हैं। आपको बता दें कि स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (एसएसएस) और महाराष्ट्र किसान सभा (एमकेएस) की अगुवाई में किसानों के समूहों ने दूध पर 5 रुपए प्रति लीटर सब्सिडी, मक्खन और दूध पाउडर पर जीएसटी में छूट की मांग की है। एसएसएस अध्यक्ष और सांसद राजू शेट्टी ने बताया कि राज्य सरकार ने 27 रुपए प्रति लीटर की खरीद कीमत तय की है, लेकिन किसानों को केवल 17 रुपए प्रति लीटर मिलते हैं। जबकि यही दूध बाजार में 40 से 45 रुपए की कीमत पर बेचा जा रहा है।