यह भी पढ़ें
महाराष्ट्र में कोरोना की कड़ी को तोड़ने के लिए सरकार ने दिखाई सख्ती, पूरे राज्य में धारा 144 लागू
इस दिन का महत्व पृथ्वी दिवस को हर साल जलवायु परिवर्तन संकट के प्रति जागरूकता फैलाने के तौर पर मनाया जाता है। यह दिन प्रदूषण, वनों की कटाई जैसी समस्याओं को जोड़ने और उन पर चर्चा के लिए लोगों को साथ लाने का अवसर है। ओजोन लेयर में क्षति होने के कारण जलवायु परिवर्तित हो रही है। इंसान पृथ्वी के प्रति अपने कर्तव्यों से दूर होता जा रहा है। यही कारण है कि विश्व पृथ्वी दिवस का आयोजन करके लोगों का ध्यान इस और आकर्षित करने का प्रयास किया जाता है। इसे दुनियाभर के 195 देशों में मनाया जाता है। विश्व पृथ्वी दिवस का इतिहास पहली बार विश्व पृथ्वी दिवस मनाने का ख्याल अमरीका के सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन को आया था। 22 अप्रैल 1970 में पहली बार विश्व पृथ्वी दिवस को मनाया गया। आगे चलकर इस दिन को मनाने के लिए कई देश आगे आए। नेल्सन का उद्देश्य था कि इस दिन को पृथ्वी के गुणों का सम्मान करने और लोगों के बीच प्राकृतिक संतुलन को बढ़ावा देना था।
यह भी पढ़ें
हिमाचल: उपभोक्ताओं को तीन माह का एकसाथ बिल भेजा, लेट फीस के रूप में लिया जुर्माना
इसे मनाने का उद्देश्य पृथ्वी पर जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है, यहां प्रदूषण, प्राकृतिक संसाधनों का दोहन तेजी से बढ़ रहा है। इस असंतुलन के कारण वो दिन अब दूर नहीं है जब पृथ्वी पर रहने का स्थान नहीं बचेगा। ऐसे में जरूरी है कि सही समय पर सभी लोग जाग जाएं और अपनी जिम्मेदारियों को समझना शुरू कर दें। इसी उद्देश्य के साथ बीते 50 वर्षों से पूरी दुनिया विश्व पृथ्वी दिवस मना रही है। पृथ्वी दिवस 2021: उत्सव इस वर्ष पृथ्वी दिवस तीन दिवसीय कार्यक्रम के रूप में मनाया जा रहा है। ये डिजिटल रूप से होगा। यह कार्यक्रम 20 अप्रैल से शुरू से 22 अप्रैल तक चलेगा। यह जलवायु संकट के मुद्दों के लिए समर्पित होगा। आधिकारिक वेबसाइट Earthday.org के अनुसार, चर्चा के कुछ विषय होंगे जैसे जलवायु और पर्यावरण साक्षरता, जलवायु बहाली प्रौद्योगिकियां,पर्यावरण न्याय के साथ बहुत कुछ।
इस बार की थीम ये रखी पृथ्वी दिवस 2021 के लिए इस वर्ष की थीम “रिस्टोर अवर अर्थ” है। विषय बताता है कि हमें ग्रह को पुनर्स्थापित करने और दुनिया के पारिस्थितिक तंत्र के पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपना काम शुरू करने की आवश्यकता है। वेबसाइट के अनुसार Earthday.org विषय “प्राकृतिक प्रक्रियाओं, उभरती हुई हरी प्रौद्योगिकियों और अभिनव सोच पर ध्यान केंद्रित करेगा जो दुनिया के पारिस्थितिक तंत्र को बहाल कर सकता है।”