सूरतः देश में कथित तौर पर दलितों के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचार पर दलित समाज में नाराजगी बढ़ती दिखाई दे रही है। एक तरह बीजेपी के दलित सांसद अपनी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं वहीं केंद्रीय मंत्रियों को भी दलितों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया अध्यक्ष रामदास आठवले भी इससे अछूते नहीं रहे। दलित समुदाय से आने वाले रामदास आठवले को भी विरोध का सामना करना पड़ा है। गुजरात के सूरत में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय मंत्री के ऊपर एक युवक ने काला कपड़ा फेंक दिया। युवक का कहना था कि देश में दलितों का उत्पीड़न बढ़ रहा है लेकिन नेता राजनीति करने में लगे हैं।
युवक ने आठवले को ठहराया जिम्मेदार
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले पर काला कपड़ा फेंकने वाले युवक ने आरोप लगाया कि भारत बंद के बाद से दलितों का उत्पीड़न बढ़ा है। इस युवक ने दलितों पर हो रहे अत्याचार के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया और कहा कि केंद्र में मंत्री होने के नाते आठवले भी इसके लिए जिम्मेदार है। काला कपड़ा फेंकने के बाद वहां पर मौजूद लोगों ने युवक को कमरे से बाहर निकाला। जिस समय यह घटना घटी उस वक्त वहां पर मीडिया भी मौजूद थी जिसकी वजह से सारा घटनाक्रम कैमरे में रिकॉर्ड हो गया।