
बालाकोट एयर स्ट्राइक: विदेशी मीडिया का बड़ा खुलासा, मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के 130 से 170 आतंकी
नई दिल्ली। पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। विदेशी पत्रकार फ्रांसेस्का मैरिनो ने इस स्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के 130 से 170 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि एक शिविर में अभी भी इस हमले में घायल 45 आतंकियों का इलाज चल रहा है। इस क्षेत्र को पूरी तरह से सील कर रखा है। यहां पर परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। रिपोर्ट के अनुसार इस हमले में 20 आतंकियों की मौत इलाज के दौरान हुई है।आतंकियों का इलाज अस्पताल से अलग रखकर किया जा रहा है ताकि यह जानकारी आम लोगों को तक न पहुंच सके।
मारे गए लोगों में 11 प्रशिक्षक शामिल थे
विदेशी पत्रकार फ्रांसेस्का मैरिनो का कहना है कि हमले के बाद सेना की टुकड़ी ने घायलों को शिनकियारी में स्थित हरकत-उल-मुजाहिदीन शिविर में ले गई। यहां पर पाकिस्तान सेना के डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। जो लोग चोट से ठीक हो रहे हैं वे अभी भी सेना की हिरासत में हैं और उन्हें छुट्टी नहीं दी गई है। मारे गए लोगों में 11 प्रशिक्षक शामिल थे। इसमें बम बनाने वाले से लेकर हथियार प्रशिक्षण देने वाले लोग शामिल थे। इनमें से दो ट्रेनर अफगानिस्तान के थे।
जैश के सदस्यों ने नकद मुआवजा दिया
खबर को दबाने के लिए जैश के सदस्यों का समूह मारे गए लोगों के परिवारों से मिला है। उन्हें नकद मुआवजा सौंपा गया। इस लेख में बताया गया है कि भारतीय वायुसेना की स्ट्राइक लगभग 3.30 बजे की गई थी।इसके बाद पाक की एक आर्मी यूनिट शिनकियारी में 26 फरवरी को लगभग 6 बजे, एयर स्ट्राइक के ढाई घंटे बाद पहुंची। शिनकियारी बालाकोट से लगभग 20 किलोमीटर दूर है, और सेना की यूनिट को उस स्थान तक पहुंचने में लगभग 35-40 मिनट का समय लगा। जहां से शिविर की ओर घायलों को ले जाया गया।
सबसे अधिक फोन एक्टिव थे
गौरतलब है कि भारत ने खुफिया जानकारी जानकारी के आधार में पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए यह योजना तैयार की गई थी। अनुमान था कि इन जगहों पर आतंकियों के सबसे अधिक फोन एक्टिव थे। इसलिए वायुसेना ने चार ठिकानों को टार्गेट बनाया। हमले के बाद सारे मोबाइल फोन डिएक्टीवेट हो गए थे। इससे अनुमान लगाया जा रहा था कि करीब 200 से 300 आतंकी मारे गए हैं। मगर विपक्षी दल लगातार इसके सबूत मांग रहा है। पाकिस्तान भी इस हमले से किसी तरह के नुकसान को नहीं मान रहा है। गौरतलब है कि पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले में हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की योजना तैयार की गई। सरकार के आला अधिकारियों और संबंधित मंत्रियों, सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुखों के साथ बैठक कर इस योजना को तैयार किया गया था।
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Updated on:
21 May 2019 05:37 pm
Published on:
08 May 2019 05:39 pm
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