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वैश्विक आतंकी घोषित होने के बाद मसूद पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, इस तरह से गिरेगी गाज

मसूद के संगठन को काली सूची में डाला कई तरह के प्रतिबंध लग चुके हैं मसूद के बचने के सभी रास्ते बंद हुए

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वैश्विक आतंकी घोषित होने के बाद मसूद पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, इस तरह से गिरेगी गाज

नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर बड़ी कार्रवाई होने की संभावना बनी हुई है। उसे आज पाकिस्तान में गिरफ्तार किया जा सकता है। गौरतलब है कि जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को बुधवार को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति के तहत मसूद के संगठन को काली सूची में डाल दिया गया है। अमरीका ने यूएन के कदम का स्वागत करते हुए पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ लगातार कार्रवाई करने और अपने अंतराष्ट्रीय दायित्वों को निभाने की मांग की है। वैश्विक आतंकवादी की सूची में मसूद का नाम आने के बाद उस पर वैश्विक यात्रा प्रतिबंध लग जाएगा। इसके साथ दूसरे देशों से मिलने वाली सहायता पर भी बैन लग जाएगा। साथ ही उसकी संपत्ति जब्त हो जाएगी। इसमें आर्थिक सहायता अथवा आर्थिक संसांधनों पर अविलंब रोक लगानी होती है। इसी तरह यात्रा प्रतिबंध के तहत सभी देश प्रतिबंधित व्यक्ति को अपने क्षेत्र में प्रवेश देने अथवा वहां से गुजरने देने पर रोक लगाते हैं।

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प्रतिबंधों को तत्काल लागू करेगा

उधर, पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि वह जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर पर लगाये गये प्रतिबंधों को तत्काल लागू करेगा। इसे भारत के लिए एक अहम कूटनीतिक जीत मानी जा रही है। चीन ने उसे काली सूची में डालने के लिए अमरीका, ब्रिटेन एवं फ्रांस द्वारा लाये गये प्रस्ताव पर अपना स्थगन हटा लिया।

2009 में मसूद अजहर पर पहली बार पेश किया प्रस्ताव

भारत ने 2009 में मसूद अजहर पर पहली बार प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पेश किया था। इसके बाद 2016 में भारत ने इस संबंध में अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर यूएन समिति के समक्ष मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने संबंधी प्रस्ताव पेश किया था। 2017 में भारत ने प्रस्ताव को फिर से पेश किया था। लेकिन हर बार वीटो का अधिकार रखने वाले सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य चीन ने इसे खारिज कर दिया।

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क्या होगा इसका असर

1. मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगने के बाद यूएन के किसी भी सदस्य देश की यात्रा आतंकी नहीं कर सकेगा।
2. संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों को आतंकी के सभी फंड्स को फ्रीज करना होगा।
3. देश में मौजूद किसी भी संपत्ति को जब्त करना होगा और संबंधित व्यक्ति या उसकी संस्थाओं के आर्थिक संसाधनों पर भी रोक लगानी होगी।
4. संयुक्त राष्ट्र से जुड़े सभी देश के लोग आतंकी अजहर को कोई मदद नहीं पहुंचा सकेंगे।
5. यूएन के सभी सदस्य देश अपने हथियारों,उसके निर्माण की तकनीक, स्पेयर पार्ट्स समेत हथियारों से जुड़े किसी भी चीज को बेच नहीं पाएंगे। इसके साथ उस तक पहुंच को रोकना होगा।

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