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Afghanistan में तालिबान राज, अशरफ गनी ने अफगानिस्तान छोड़ा, जलाली बनेंगे अंतरिम राष्ट्रपति

locationनई दिल्लीPublished: Aug 15, 2021 08:30:05 pm

Submitted by:

Dhirendra

तालिबानी नेताओं ने अशरफ गनी सरकार के साथ सत्ता बंटवारे के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। दूसरी तरफ अली अहमद जलाली ताजा घटनाक्रमों के बीच अफगानिस्तान का अंतरिम राष्ट्रपति बन सकते हैं।

president ashraf ghani

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नई दिल्ली। अफगानिस्तान ( Afghanistan ) में पिछले कुछ हफ्तों से जारी संघर्ष के बीच अब तेजी से सियासी हालात बदल रहे हैं। एक तरफ तालिबान ( Taliban ) के नेताओं ने अशरफ गनी सरकार के साथ सत्ता बंटवारे के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है तो दूसरी तरफ अली अहमद जलाली ( Ali Ahmed Jalali ) ताजा घटनाक्रमों के बीच अफगानिस्तान का अंतरिम राष्ट्रपति बन सकते हैं। ताजा अपडेड के मुताबिक वर्तमान राष्ट्रपति अशरफ गनी ( President Ashraf Ghani ) अपने पद से इस्तीफा देकर अफगानिस्तान छोड़ चुके हैं।
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काबुल पर तालिबान का कब्जा
इन घटनाक्रमों के बीच अब अफगानिस्तान में तालिबान का राज ( Taliban Raj ) कायम हो गया है। राजधानी काबुल तक पहुंचने के बाद अब एयपोर्ट पर भी उनका कब्जा हो गया है। कट्टर इस्लामिक संगठन के हाथ में सत्ता आने का औपचारिक ऐलान ही बाकी बचा हुआ है। ताजा अपडेट के मुताबिक राष्ट्रपति अशरफ गनी अपने पद से इस्तीफा देकर अफगानिस्तान छोड़ चुके हैं। बताया जा रहा है कि अली अहमद जलाली को अफगानिस्तान का अंतरिम राष्ट्रपति बनाया जा सकता है।
अफगान राष्ट्रपति के आवास पहुंचे तालिबानी नेता
अफगानिस्तान के एक अधिकारी ने बताया है कि तालिबान के वार्ताकार सत्ता के हस्तांतरण की तैयारी के लिए राष्ट्रपति के आवास पहुंच गए हैं। अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर रविवार को बताया कि इस मुलाकात का उद्देश्य तालिबान को शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता सौंपना है। तालिबान ने कहा कि उनकी ताकत के बल पर सत्ता लेने की योजना नहीं है।
हिंसा का सहारा नहीं लेंगे
इससे पहले तालिबान ने काबुल के द्वार पर हमला करते हुए अफगानिस्तान सरकार के सत्ता बंटवारे के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। तालिबान ने अफगान सरकार को आश्वासन दिया था कि वे राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी और उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह सहित नेताओं को देश से बाहर जाने के लिए एक सुरक्षित मार्ग प्रदान करेंगे। विद्रोही समूह ने भरोसा दिया है कि वे राजधानी काबुल में हिंसा का सहारा नहीं लेंगे। इससे पहले उन्होंने एक बयान में कहा था कि वे बलपूर्वक काबुल में प्रवेश नहीं करेंगे।
शांतिपूर्ण होगा सत्ता का हस्तांतरण
दूसरी तरफ अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्री अब्दुल सत्तार मिर्जाकवाल ने रविवार को कहा था कि तालिबान द्वारा अपने लड़ाकों को काबुल में प्रवेश करने से रोकने के आदेश के बाद एक संक्रमणकालीन सरकार को सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होगा। अफगान के लोगों को चिंता नहीं करनी चाहिए। काबुल पर कोई हमला नहीं होगा। शहर में और संक्रमणकालीन सरकार को सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होगा।
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