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बोस्टन। खगोलविदों ने अंतरिक्ष में एक नई आकाशगंगा को खोज निकाला है। बताया जारा है कि यह आकाशगंगा शुरुआती ब्रह्मांड से भी पुरानी है। खगोलविंदों का दावा है कि यह अब तक की खोजी गईं सबसे बड़ी गैलेक्सी है।
अमरीका की मैसाच्युसेट्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि यह खोज हमें ब्रह्मांड की कुछ सबसे बड़ी आकाशगंगाओं के शुरुआती दौर के बारे में जानकारी देती है। इसके बारे में एक नया नजरिया पेश करती है। ऑस्ट्रेलिया की स्वाइनबर्न प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं और इस अध्ययन के सह-लेखक इवो लाबे ने कहा कि यह एक विशालकाय आकाशगंगा है। इसमें लगभग उतने ही तारे हैं, जितने हमारे यहां मिल्की वे में हैं। इस आकाशगंगा में तारों की गतिशीलता मिल्की वे से सौ गुना अधिक है।
ऑस्ट्रेलिया की स्वाइनबर्न प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के शोधकर्ता और इस अध्ययन के सह-लेखक इवो लाबे के अनुसार यह एक विशालकाय आकाशगंगा है, जिसमें लगभग उतने ही तारे हैं जितने हमारे मिल्की वे में है। इसमें एक फर्क यह है कि इस आकाशगंगा के तारों की गतिशीलता हमारे मिल्की वे से सौ गुना ज्यादा है। एस्ट्रोफिजिकल जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने अटाकामा लार्ज मिलीमीटर एरे,या अल्मा का उपयोग किया। अल्मा 66 रेडियो दूरबीनों एक संग्रह है, जो चिली के ऊंचे पहाड़ों में स्थित है।
Updated on:
27 Oct 2019 02:49 pm
Published on:
26 Oct 2019 01:04 pm
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