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Joe Biden के चुनावी प्रचार में मदद करेंगे अरबपति ब्लूमबर्ग, 100 मिलियन डॉलर खर्च करने को तैयार

locationनई दिल्लीPublished: Sep 15, 2020 12:09:10 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

Highlights

डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ पहले खुद चुनाव लड़ रहे थे ब्लूमबर्ग और इसके लिए उन्होंने एक अरब डॉलर खर्च किए।
ब्लूमबर्ग (Mike Bloomberg) के सलाहकार केविन शेके का कहना है कि माइक ब्लूमबर्ग ट्रंप को हराने में मदद करने को प्रतिबद्ध हैं।

Mike Bloomberg

बिडेन की मदद करेंगे अरबपति माइक ब्लूमबर्ग।

वाशिंगटन। अमरीकी चुनाव (US Presidential Election) में राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बिडेन (Joe Biden) को जिताने के लिए धनवान लोग सामने आए हैं। इनमें से एक नाम है अरबपति माइक ब्लूमबर्ग (Mike Bloomberg) का। दावा किया जा रहा है कि फ्लोरिडा में बिडेन की मदद करने के लिए कम से कम 100 मिलियन डॉलर (Hundred Million Dollar) देने का उन्होंने वादा किया है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के धुर विरोधी रहे हैं ब्लूमबर्ग। पहले खुद चुनाव लड़ रहे थे और इसके लिए उन्होंने एक अरब डॉलर (7,500 करोड़ रुपये) की राशि खर्च की। लेकिन प्राथमिक चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन नहीं मिला। 14 राज्यों में हुए चुनावों में आशा के अनुरूप प्रदर्शन न होने के बाद उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन को मदद का वादा किया है। चुनाव में वोटों की नजर से फ्लोरिडा अहम राज्य है।
मैं निजी पैसा खर्च करूंगा: डोनाल्ड ट्रंप

इलेक्टोरल कॉलेज वोट की बड़ी हिस्सेदारी फ्लोरिडा से मिलती है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का संकेत है कि वे 24 सितंबर को शुरुआती मतदान से पहले फ्लोरिडा राज्य में अपने निजी पैसा को खर्च कर सकेंगे। वहीं ब्लूमबर्ग भी ट्रंप को हराने के लिए कमर कस चुके हैं। वे सौ मिलियन डॉलर खर्च रहे हैं।
ब्लूमबर्ग का मकसद ट्रंप को हराना

ब्लूमबर्ग के सलाहकार केविन शेके का कहना है कि माइक ब्लूमबर्ग ट्रंप को हराने में मदद करने को प्रतिबद्ध हैं। वे किसी भी कीमत पर ट्रंप को हराने की कोशिश् में हैं, इसलिए आने वाले समय में पेनसिल्वेनिया में भी वे बिडेन को आर्थिक मदद मुहैया कराएंगे। डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर ब्लूमबर्ग ने हमेशा आवाज उठाई है। उनका कहना है कि अमरीका में सत्ता परिवर्तन बहुत जरूरी हो गया है।
पोस्टल वोटिंग बदल सकते हैं किस्मत

वर्ष 2016 की तुलना इस चुनाव में पोस्टल वोटिंग दोगुनी होने की उम्मीद है। इसका कारण कोरोना वायरस महामारी है। मतदाताओं को पोलिंग बूथ पर जाने से बचाने के लिए इस तरह की मुहिम चलाई गई है। दोनों उम्मीदवारों ने मतदाताओं से अपील करी है कि वे डाक द्वारा अपने वोटों को डालें, इससे उन्हें चुनाव के अंतिम अभियान में जनता की राय का अनुमान हो सकेगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने 2016 में फ्लोरिडा जीत हासिल की थी। जबकि 2012 में डेमोक्रेट बराक ओबामा ने भी फ्लोरिडा में जीत पाई थी। ब्लूमबर्ग के बिडेन को आर्थिक मदद देने के फैसले ट्रम्प ने ट्वीटर पर तंज भी कसा है।
फोर्ब्स की सूची में शामिल

ब्लूमबर्ग बीते दो सालों में दुनिया के अरबपतियों की फोर्ब्स की सूची में 142 वें से 17वें पायदान पर पहुंच गए हैं। वह 2019 में दुनिया का नौवें अरबपति थे। उसकी कुल संपत्ति 55.5 बिलियन डॉलर बताई जाती है। ब्लूमबर्ग के प्रवक्ता के अनुसार वे ट्रंप की हार सुनिश्चित करना चाहते हैं। वह आने वाले दिनों में पेनसिल्वेनिया में भी बड़ी रकम खर्च कर सकते हैं। इस राज्य में भी ट्रंप और बिडेन में कांटे की टक्कर है। वहीं, दूसरी ओर माइक्रोसाफ्ट जैसी दिग्गज कंपनी ने आगाह किया है कि रूस सरकार के समर्थित हैकर्स इस चुनाव को निशाना बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं।

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