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Hong Kong पर America के सख्त तेवर से भड़का China, कहा- अब तूफान का सामना करने के लिए रहें तैयार

locationनई दिल्लीPublished: Jul 16, 2020 04:02:43 pm

Submitted by:

Anil Kumar

HIGHLIGHTS

हांगकांग का स्पेशल स्टेटस ( Hong Kong’s special status ) खत्म करने के अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( US President Donald Trump ) के फैसले के बाद भड़के चीन ने अब अमरीका ( America China Tension ) को खुली धमकी दी है।
चीन ( China ) स्पष्ट तौर पर ये धमकी भरे अंदाज में साफ कर दिया कि हांगकांग उसका आंतरिक मामला है और अमरीका ( America ) को इसमें दखल देने से पहले सोच-समझ लेना चाहिए।

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China fueled by America’s tough attitude on Hong Kong, said- think before you interfere

बीजिंग। अमरीका और चीन ( America China Tension ) के बीच अब टकराव बढ़ता ही जा रहा है। साउथ चाइना सी ( South China Sea ) से लेकर हांगकांग मामले ( Hong Kong Issue ) पर अमरीका चीन के खिलाफ एक के बाद एक कार्रवाई कर रहा है। ऐसे में चीन बौखला गया है। हांगकांग का स्पेशल स्टेटस खत्म ( Hong Kong’s special status ) करने के अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( US President Donald Trump ) के फैसले के बाद भड़के चीन ने अब अमरीका को खुली धमकी दी है।

चीन ने कहा है कि बीजिंग ( Bijing ) हमेशा से किसी भी समस्या का हल शांति और बातचीत के जरिए निकालना चाहता है, लेकिन अमरीका ने समुद्र ( साउथ चाइना सी) में जो लहरें बनाने की कोशिश कर रहा है, से अब एक बड़े तूफान का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

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चीन स्पष्ट तौर पर ये धमकी भरे अंदाज में साफ कर दिया कि हांगकांग उसका आंतरिक मामला ( Hong Kong is its internal matter ) है और अमरीका को इसमें दखल देने से पहले सोच-समझ लेना चाहिए।

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तूफान का सामना करने के लिए तैयार रहे अमरीका: चीन

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ( Chinese Foreign Ministry spokesperson Hua Chunying ) ने ट्वीट करते हुए कहा कि यदि अमरीका कि रवैये को बातचीत की ताकत कहा जा रहा है तो ये जंगल के कानून से कम नहीं है। सद्भावना के बिना ताकत जितनी ज्यादा बड़ी होती है उसका खतरा भी उतना ही ज्यादा होता है। आगे यह भी कहा कि पेड़ अक्सर शांति की उम्मीद करता है, लेकिन तेज हवा बहती रहती है। यदि अमरीका समुद्र में लहरें बनाना चाहता है, तो अब अमरीका को इस बड़े तूफान का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

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आपको बता दें कि बीते मंगलवार को ट्रंप सरकार ( Trump Government ) ने हांगकांग मामले पर एक नए कानून को मंजूरी दी है। इस कानून के मुताबिक, अमरीका उन तमाम चीनी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकेगा, जो हांगकांग में लोकतंत्र ( Democracy in Hong Kong ) की मांग को दबा रहे हैं। इसके अलावा स्पेशल स्टेटस के तहत अमरीका में कुछ कंपनियों को विशेष छूट मिला था, जो कि अब नहीं मिलेगा।

अमरीका ने खत्म किया हांगकांग का ट्रेड स्टेटस

बता दें कि चीन की ओर से हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू ( National Security Act in force in Hong Kong ) किए जाने के बाद अमरीका ने कड़ी कार्रवाई रकते हुए हांगकंग का स्पेशल ट्रेड स्टेटस ( Hongkong’s special trade status ) खत्म कर दिया है। ऐसे में चीन को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। चीनी विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि अमरीका के इस फैसले की हम निंदा करते हैं। हम इसका जवाब देने के लिए तैयार हैं।

अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने आदेश जारी करते हुए कहा कि अब हांगकांग का दर्जा भी मेनलैंड चाइना ( Mainland China ) की तरह ही होगा। हांगकांग पर अमरीका के नए कानून का असर चीन के उन बैंकों पर भी पड़ेगा जो वहां इन्वेस्टमेंट के लिए कर्ज देते हैं।

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इतना ही नहीं, हांगकांग में तैनात सभी चीनी अफसर जो वहां के वीजा पर ट्रेड के लिए अमरीका का दौरे करते हैं, उनका अब अमरीका आना मुश्किल हो जाएगा। इसके जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि चीन भी अपने हितों की रक्षा के लिए अमरीकी लोगों और संस्थाओं पर पाबंदी ( Restriction on American people and institutions ) लगाएगा।

अमरीका सुधारे अपनी गलती

चीन ने कहा है कि हांगकांग ( Hong Kong ) में नए सुरक्षा कानून को लागू करने से रोकने की अमरीकी कोशिश कभी सफल नहीं होगी। ऐसे में हम अपील करते हैं कि अमरीका अपनी गलती को सुधार ले। चीन के खिलाफ कोई भी कानून लागू न करे और चीन के आंतरिक मामलों में दखल देना बंद करे। यदि अमरीका ने ऐसा करना जारी रखा, तो चीन भी इसका कड़ाई से जवाब देगा।

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