वायरलेस के जरिए चेतावनी रूसी मीडिया स्पुतनिक के अनुसार, गुरुवार को साउथ चाइना सी में उड़ान भर रहा एक अमरीकी विमान चीनी वायुक्षेत्र के नजदीक पहुंच गया था। इसके बाद चीनी नेवल एयर फोर्स (China Naval Airforce) ने अमरीकी विमान को वायरलेस के जरिए चेतावनी देकर दूर खदेड़ दिया। इस बातचीत का आडियों भी जारी किया गया। यह दक्षिण चीन सागर पर हवाई गतिविधियों पर नजर रखने वाली एजेंसी साउथ चाइना सी प्रोबिंग इनिशिएटिव (SCSPI) ने जारी किया है।
जहाज को चेतावनी जारी की अमरीकी विमान को चेतावनी देते हुए चीन ने वायरलेस मैसेज में कहा कि ‘यह चाइना नेवल एयर फोर्स ऑन गार्ड है। आप चीनी एयर डोमेन को छू रहे हैं, आप अपना रास्ता बदल लें, नहीं तो आपको रोका जाएगा। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि चीन ने किस तरह से अमरीका के जहाज को चेतावनी जारी की’।
जहाजों का बेड़ा उड़ रहा था इसके बाद गुस्साए अमरीका ने प्रशांत महासागर के गुआम नेवल बेस पर तैनात बी-1 स्ट्रैटजिक बॉम्बर को इस इलाके पर गश्त के लिए भेज दिया है। इस विमान ने यूएसएस रोनाल्ड रीगन एयरक्राफ्ट कैरियर के साथ मिलकर चीन के नजदीक फिलीपीन सागर और साउथ चाइना में गश्त लगाई। इस विमान के साथ अमरीका का पूरा जंगी जहाजों का बेड़ा उड़ रहा था। माना जा रहा है कि चीन की चेतावनी के बाद अमरीका ने यहां पर शक्ति प्रदशर्न शुरू कर दिया।
तनाव बढ़ने के आसार गौरतलब है कि इस इलाके में बीते एक माह से अमरीकी विमान यहां पर लगातार गश्त लगा रहा है, जिसमें टोही, बॉम्बर और इंटरसेप्टर एयरक्राफ्ट शामिल हैं। ये विमान अकसर ताइवान की सीमा के पास से गुजरते हैं। ये विमान ईंधन को लेकर ताइवान में लैंड भी करते हैं। वहीं, चीन बार-बार इसे लेकर अमरीका और ताइवान को चेतावनी दे रहा है। चीन और अमरीका के बीच इस घटनाक्रम से तनाव ज्यादा गहराने लगा है।
ताइवान और अमरीका एक साथ दक्षिण चीन सागर में गश्त लगा रहे हैं। यह चीन के लिए खतरे का संकेत है। हाल में चीन और अमरीका दोनों ने एक समय पर दक्षिण चीन सागर में युद्धाभ्यास शुरू कर दिया। इसके बाद चीन ने अमरीका को मिसाइल हमले की धमकी दे डाली।