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Christchurch attack: आरोपी की कोर्ट से अपील, सभी 92 मामलों पर न चलाया जाए मुकदमा

locationनई दिल्लीPublished: Jun 15, 2019 08:48:33 am

Submitted by:

Anil Kumar

क्राइस्टचर्च के दो मस्जिदों पर 15 मार्च को आरोपी टैरंट ने हमला किया था।
इस हमले में 51 लोगों की मौत हो गई थी।
आरोपी टैरंट पर 4 मई 2020 को सुनवाई शुरू होगी।

न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में हमला करने वाला हमलावर

Christchurch attack: आरोपी की कोर्ट से अपील, सभी 92 मामलों पर न चलाया जाए मुकदमा

क्राइस्टचर्च। न्यूजीलैंड ( New Zealand ) के क्राइस्टचर्च ( Christchurch ) शहर में दो मस्जिदों में गोलीबारी करने वाले ऑस्ट्रेलियाई हमलावर ब्रेंटन टैरंट ने शुक्रवार को कोर्ट से आग्रह किया कि उसे उनके खिलाफ दर्ज सभी 92 मामलों में दोषी न माना जाए। 28 वर्षीय हमलावर टैरंट को तीसरी क्राइस्टचर्च हाईकोर्ट में पेश किया गया था। बीते 15 मार्च को क्राइस्टचर्च के दो मस्जिदों में हुए हमले के मामले में टैरंट पर कई मामले दर्ज किए गए हैं, जिसकों लेकर सुनवाई चल रही है।

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90 से अधिक मामलों में आरोपी

क्राइस्टचर्च हमले ( Christchurch Attack ) के आरोपी टैरंट को 90 से अधिक मामलों में संलिप्त होने के मामले दर्ज किए गए हैं। हत्या के 51 और हत्या के प्रयास के 40 मामले दर्ज किए गए। इसको लेकर अब आरोपी टैरंट ने अदालत से आग्रह किया है कि 90 से अधिक मामलों में उन्हें आरोपी न बनाया जाए। बता दें कि टैरंट ने जुमे की नमाज के बाद क्राइस्टचर्च के दो मस्जिद अल नूर और लिनवुड से निकल रहे मुस्लिमों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। इस हमले में 51 लोगों की मौत हो गई थी जबकि दर्जनों घायल हो गए थे।

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मुकदमा चलाने के लिए स्वस्थ है आरोपी: मेंडर

सार्वजनिक प्रसारणकर्ता रेडियो न्यूजीलैंड के मुताबिक, ऑकलैंड में उच्च-सुरक्षा वाली जेल में कैद टैरंट ने टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालती कार्यवाही में भाग लिया। क्राइस्टचर्च उच्च न्यायालय में उसके पक्ष के दो वकीलों में से एक के पेश होने पर उसे मुस्कराते हुए देखा गया। अदालत में आरोपी को दोषी नहीं ठहराने के लिए दायर याचिका पर दर्शक चकित रह गए। दर्शकों के बीच हमलों में मारे गए लोगों के परिजन तथा हमलों में बचे लोग भी थे। बता दें कि इस भीषण हत्याकांड का ज्यादातर भाग टैरंट के सोशल मीडिया अकाउंट्स फेसबुक पर लाइवस्ट्रीम किया गया था। अदालत में सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति कामेरॉन मेंडर ने कहा कि टैरंट को जो मानसिक स्वास्थ्य सुविधाएं दी गई हैं, इससे संकेत मिलता है कि वह मुकदमा चलाने के लिए स्वस्थ है। मेंडर ने आगे अपने बयान में कहा ‘तर्क करने, वकील को निर्देश देने और मुकदमे को चलाने में बचाव पक्ष के स्वास्थ्य के साथ कोई समस्या नहीं है। स्वास्थ्य के संबंध में सुनवाई करने की जरूरत नहीं है।’ न्यायाधीश ने मामले की सुनवाई शुरू करने के लिए 4 मई, 2020 की तिथि सुनिश्चित की है। अभियोजन पक्ष ने विश्वास जताया है कि सुनवाई लगभग छह सप्ताह तक चलेगी, वहीं टैरंट के वकील ने कहा है कि सुनवाई के कुछ महीनों तक खिंचने की संभावना है।

 

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