भारतीय दूतावास के सामने वाली सड़क पर गांधी जी की प्रतिमा लगी हुई है, इसमें दो और तीन जून की रात तोड़फोड़ की वारदात हुई। भारतीय दूतावास ने कानून लागू करने वाली स्थानीय एजेंसियों के समक्ष इसकी शिकायत दर्ज कराई है। इस घटना के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने सोमवार को वाइट हाउस में कहा कि यह अपमानजनक है। भारतीय दूतावास ने मामले की शीघ्र जांच के लिए इसे विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया है।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन के प्रतीक हैं गांधी भारतीय दूतावास अमरीकी विदेश मंत्रालय, मेट्रोपॉलिटन पुलिस और नेशनल पार्क सर्विस के साथ मिल कर प्रतिमा को ठीक करने के काम में लगा है। बीते सप्ताह अमरीकी सांसदों और ट्रंप के प्रचार अभियान ने प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ करने वाली घटना की निंदा की थी। वहीं उत्तरी कैरोलाइना से सांसद टॉम टिलिस ने कहा, ‘महात्मा गांधी की प्रतिमा को विकृत देखना बेहद अपमानजनक है।’
टिलिस के अनुसार गांधी शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के जनक थे उन्होंने दिखाया कि किस तरह से कितना बड़ा बदलाव हो सकता है। लूट और तोड़फोड़ हमें एकजुट नहीं कर सकते।’ भारत के लिए अमरीकी राजदूत केन जस्टर ने घटना के लिए माफी मांगी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि वाशिंगटन डीसी में गांधी की प्रतिमा को विकृत करने से दुखी हूं। कृपया हमारी माफी स्वीकार करें।