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Report : जंगल बचाने के प्रयास विफल, दुनिया में 4 फीसदी बढ़ गई वनों की कटाई

-वन कटाई, पशुओं की चराई, सडक़ निर्माण की गतिविधियां वन कम होने के पीछे बड़ा कारण

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Report : जंगल बचाने के प्रयास विफल, दुनिया में 4 फीसदी बढ़ गई वनों की कटाई

जंगल बचाने के प्रयास विफल, दुनिया में 4 फीसदी बढ़ गई वनों की कटाई

नई दिल्ली. पर्यावरण संगठनों के समूह ने सोमवार को जारी रिपोर्ट में बताया कि 2023 तक वनों की कटाई बंद करने के वैश्विक संकल्प के बावजूद दुनिया इन संकल्पों को पूरा करने की दिशा में धीमी गति से बढ़ रही है। वार्षिक वन घोषणा आकलन रिपोर्ट से पता चलता है कि 2021 की तुलना में 2022 में दुनिया में वनों की कटाई 4 फीसदी बढ़ी है, जिससे 66 हजार वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र नष्ट हो गया। इससे विश्व में 2030 तक वनों की कटाई को समाप्त करने के लिए लक्ष्य को प्राप्त करने से 21 फीसदी पीछे रह गई है। दुनिया के ज्यादातर वन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले 140 से अधिक देशों ने 2021 के ग्लासगो संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में दशक के अंत तक वन हानि को रोकने का संकल्प लिया था। हालांकि यह इसलिए भी मुश्किल दिख रहा है, क्योंकि यह अभी लक्ष्य से 33 फीसदी दूर हैं। 2022 में 4.1 मिलियन हेक्टेयर भूमि नष्ट हो गई।

विकास का अवसर हाथ से निकल रहा है
पर्यावरण समूह क्लाइमेट फोकस के एक वरिष्ठ सलाहकार एरिन मैट्सन ने चेतावनी दी है कि दुनिया के जंगल संकट में हैं। विकास का अवसर हमारे हाथ से निकल रहा है। रिपोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि वन संरक्षण परियोजनाओं के लिए आवंटित सालाना 2.2 अरब डॉलर की सार्वजनिक निधि काफी कम है।

50 देशों ने कटाई पर लगाया अंकुश
कंसल्टेंसी क्लाइमेट फोकस के प्रमुख लेखक और प्रबंध भागीदार फ्रांजिस्का हाउप्ट ने कहा, लगभग 50 देश वन हानि को समाप्त करने की राह पर हैं। ब्राजील, इंडोनेशिया और मलेशिया में वनों की कटाई मेें उल्लेखनीय कमी आई है। दुनिया में लगभग 30 फीसदी वनों की कटाई के लिए जिम्मेदार ब्राजील में नई सरकार आने के बाद वनों की कटाई को प्रभावी ढंग से रोका है।

हर मिनट काटे जाते हैं 2400 पेड़
-पृथ्वी की सतह का 31 फीसदी भाग, लगभग 4.06 अरब हेक्टेयर वनों से ढका है।
-1990 से अब तक 420 मिलियन हेक्टेयर से अधिक जंगल नष्ट हो गए।
-1990 से 2010 के बीच हर साल औसतन 15.5 मिलियन हेक्टेयर जंगल नष्ट हुए।
-हर मिनट दुनिया में 2400 पेड़ काटे जाते हैं।
-हर सेकंड फुटबॉल मैदान के बराबर जंगल काटा जाता है।
-हर साल 14, 800 वर्ग मील जंगल नष्ट हो जाते हैं। यह आकार लगभग स्विट्जरलैंड के बराबर है। -2020 में 25.8 मिलियन हेक्टेयर जंगल नष्ट हो गए, जो 2021 में नष्ट हुई वन भूमि का दोगुना था।
-उष्णकटिबंधीय वनों के लगभग 80 फीसदी नुकसान के लिए कृषि जिम्मेदार है।

(ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच और यूनियन ऑफ कंसन्र्ड साइंटिस्ट की रिपोर्ट)