31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Imran Khan ने तुर्की का किया समर्थन, फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति के बयान को भड़काने वाला बताया

Highlights पैगंबर मोहम्मद साहब के कार्टून पर इमैनुआल मेक्रो ( Emmanuel Macro) के बयान का विरोध किया। एर्दोगान ने फ्रांस के राष्ट्रपति को अपने दिमाग की जांच करवाने की सलाह दी थी।

2 min read
Google source verification
imran khan

पाकिस्तान के पीएम इमरान खान।

इस्‍लामाबाद। पाक पीएम इमरान खान (Imran Khan) तुर्की के राष्ट्रपति तैयप रेसेप (Recep Tayyip) के सुर में सुर मिलाने लगे हैं। हाल ही में पैगंबर मोहम्मद साहब के कार्टून को लेकर तुर्की और फ्रांस के बीच विवाद बढ़ गया है।

आर्मीनिया-अजरबैजान के बीच संघर्ष विराम पर Donald Trump ने दी बधाई, कहा-मुझे मेरी टीम पर गर्व है

इस मामले में पाकिस्तान के पीएम ने भी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुआल मेक्रो पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि मेक्रों 'जानबूझकर' अपने नागरिकों समेत मुस्लिमों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले तुर्की के राष्‍ट्रपति तैयप रेसेप एर्दोगान ने फ्रांस के राष्ट्रपति को अपने दिमाग की जांच करवाने की सलाह दे डाली थी।

पाकिस्‍तान के पीएम इमरान खान ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि मैक्रों ने इस्लामोफोबिया को बढ़ावा देने के रास्ते को चुना है। तभी तो उन्होंने आतंकवादियों पर हमला करने की बजाय इस्लाम पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी किसी धर्म का हो उसे बढ़ावा नहीं मिलना चाहिए। इमरान ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति पर ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मैकों को जख्‍मों को भरने की कोशिश करनी चाहिए और अतिवादियों को जगह नहीं देनी चाहिए।

मैक्रों को मानसिक इलाज करवाने की जरूरत: एर्दोगन

इमरान खान का कहना है कि इस्‍लाम की समझ के बिना उस पर हमला बोलकर फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति ने पूरी दुनिया के अरबों मुसलमानों की भावनाओं को आहत किया है। इससे पहले पाकिस्तान के दोस्त कहे जाने वाले तुर्की के राष्‍ट्रपति एर्दोगन ने अपने एक भाषण में कहा कि मेक्रों कहे जाने वाले इस व्यक्ति की मुस्लिम और इस्लाम से क्या समस्या है? मैक्रों को मानसिक इलाज कराने की आवश्यकता है।

एर्दोगान के अनुसार किसी राष्ट्रप्रमुख को क्या कहा जा सकता है जो धर्म की स्वतंत्रता को नहीं समझ सकता है। तुर्की के राष्ट्रपति के इस बयान से फ्रांस को नगवार गुजरा और उसने अपने राजदूत को अंकारा से वापस बुला लिया है। मेक्रों के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि आक्रोश और अपमान एक विधि नहीं है। इसके बाद से दोनों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है।

Donald Trump ने मीडिया की खबरों को किया खारिज, कहा- बिडेन से बेहतर कर रहे

पाकिस्तान और तुर्की के बीच गहरे गठजोड़ बनते जा रहे हैं। तुर्की पाक को आधुनिक हथियार मुहैया करा रहा है। इसके साथ उसे वैचारिक समर्थन भी दे रहा है। एफएटीएफ की बैठक में केवल उसी ने पाक का साथ दिया था। हालांकि उसकी ये कोशिश काम नहीं आई। पाक को दोबारा से ग्रे सूची में डाल दिया गया।