शहर की आबादी 40 हजार थी 19वीं सदी में इटली का बंदरगाह रहे इस शहर की आबादी 40 हजार थी। हालांकि,अब यह आबादी तीन हजार तक ही रह गई है। इस ऐतिहासिक शहर की आबादी बढ़ाने के लिए अधिकारियों ने यह रास्ता खोज निकाला है। इससे करीब 25 हजार घरों की पहचान हो सकी है। इन्हें सस्ती दरों पर बेचा जाना है। इनमें से पांच घरों को तुरंत बेचे जाने का प्रस्ताव पारित हुआ है।
करीब 150 घरों को बेचा गया साल 2011 में सिसली की राजधानी पलेर्मो स्थित गांगी शहर में 78 रुपये यानी 1 यूरो में घर बेचने की योजना शुरू हुई। इसके बाद करीब 150 घरों को बेचा गया। इन्हें लोगों ने खरीदा जिसके बाद इलाके की आबादी बढ़ी गई। साल 2019 में ही सिसली के बीवोना, साम्बुका और मुसोमेली में भी ऐसा ऑफर दिया गया। इटली के उत्तर पश्चिम में लोकेना भी उन कस्बों में से एक है,जहां लोगों घर लेने की कुल कीमत सात लाख यानी नौ हजार यूरो अदा करनी थी।
78 रुपये में घर बेचे जाने की खबर मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी फांसेस्का विग्गिएनो के अनुसार 78 रुपये में घर बेचे जाने की खबर पर लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। रोम,मिलान,न्यूयॉर्क सरीखें शहरों से लोगों ने जानकारी हासिल करनी चाही। गौरतलब है कि एक ही स्टील प्लांट से होने वाले प्रदूषण के कारण यहां के लोगों का इस जगह से मोह भंग हो गया था। अधिकारियों की योजना है कि साल 2024 तक प्लांट पर्यावरण के अनुकूल हो जाए।