
India China Standoff: चीन का बयान- गलवान घाटी हमारा हिस्सा, हिंसक झड़प के लिए हम जिम्मेदार नहीं
बीजिंग।
India-China Standoff Update: लद्दाख में गलवान घाटी ( Galvan Valley ) में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल ( LAV ) पर भारत-चीन सेना के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद भी चीन ( China ) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अपने 30 से ज्यादा सैनिक मारे जाने के बाद भी चीन के रुख में नरमी नहीं है। चीन के विदेश मंत्रालय ( Foreign Ministry of China ) ने बयान देते हुए भारत के गलवान घाटी को अपना हिस्सा बताया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ( Zhao Lijian ) ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि गलवान घाटी का इलाका हमेशा से ही चीन की संप्रभुता का हिस्सा रहा है।
झड़प के जिम्मेदार हम नहीं
लगातार झूठ बोल रहा चीन अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है। झाओ लिजियान ने भारत पर आरोप लगाया, एलएसी पर तैनात भारतीय जवान बॉर्डर के प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हैं। हम भारत से कहेंगे वह अपने जवानों को गंभीरता के साथ अनुशासन में रहने के लिए कहे। साथ ही भड़काऊ गतिविधियों को बंद करे। एलएसी पर चीन की सीमा में यह हिंसक झड़प हुई है। इसके लिए हम जिम्मेदार नहीं है।
भारत को दी चेतावनी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने भारत को चेतावनी दी कि वह इस मामले को उलझाने की जगह सुलझाने का काम करें। साथ ही कोई एकपक्षीय कार्रवाई न करें।
भारत के 20 जवान शहीद
बता दें कि देर रात लद्दाख में गलवान घाटी ( Galvan Valley ) में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल ( LAC ) पर भारत-चीन सेना के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान ( 20 Soldiers Martyred ) वीरगति को प्राप्त हो गए। दोनों सेनाओं के बीच करीब 3 घंटे तक खूनी संघर्ष होता रहा। भारतीय जवानों ने भी चीन को करारा जवाब दिया। इस झड़प में चीन के 32 जवान मारे गए हैं।
Updated on:
17 Jun 2020 05:14 pm
Published on:
17 Jun 2020 05:13 pm
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