स्टेशन पर इस समय एक अमरीकी और दो रूसी अंतरिक्ष यात्री मौजूद हैं। हालांकि अमरीकी स्पेस एजेंसी नासा ने एक बयान में कहा कि इससे अंतरिक्ष यात्रियों को किसी तरह का खतरा नहीं होगा।
US Presidential Debate: ट्रंप ने कसा तंज, कहा-अगर बिडेन उनकी जगह होते तो कोरोना से दो करोड़ लोगों की मौत होती मामले की जांच की जा रही नासा के अनुसार सोमवार देर रात को इसके बारे में सूचना मिली। फ्लाइट कंट्रोलर्स ने एक्सपीडिशन 63 के चालक दल को सूचना दी गई कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से एयर लीक हो रही है। उन्हें तुरंत प्रभावी कदम उठाने को कहा गया। दरअसल ये लीकेज समय के साथ बड़ा होता जा रहा था। इस हिस्से को मुख्य कार्य क्षेत्र से बिल्कुल अलग कर रखा है। नासा के अनुसार यह रिसाव कैसे शुरू हुआ, इसकी जांच की जा रही है।
कई दिन से लीक हो रही थी एयर नासा के अनुसार यह लीकेज कई दिनों पहले शुरू हुआ। इसके बाद से कोई खतरा नजर नहीं आ रहा था। इस समस्या का आकलन करने के बाद से पता चला है कि मौजूदा लीकेज से स्पेस स्टेशन में उपस्थित अंतरिक्ष यात्रियों को कोई खतरा नहीं है। यह लीक Zvezda (ISS module) के वर्किंग मॉड्यूल में हुआ है।
Saudi Arab में झील किनारे मिले 1.20 लाख वर्ष पुराने निशान, इंसान के होने के साक्ष्य मिले क्रू से डेटा जुटाने को कहा गया नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को लीकेज वाले स्थान से डेटा एकत्र करने को कहा है। क्रू ने डेटा एकत्र करने के लिए एक अल्ट्रासोनिक लीक डिटेक्टर का इस्तेमाल किया गया है। इसकी मदद से लीकेज के कारणों का पता चल सकेगा।
मरम्मत में जुटा रूस इस स्पेस स्टेशन ने पहले जांच की गई थी। तब इस तरह का कोई लीकेज नहीं था। अमरीकी सेगमेंट में स्थित अमरीकी, यूरोपीय और जापानी माड्यूल्स में इसकी जांच हुई थी। वहीं रूस का दावा है कि वह कुछ दिनों में मरम्मत कर इसे दोबारा से उपयोग के लिए खोल देगा।