scriptCoronavirus की जांच का 90 मिनट में चलेगा पता, शोधकर्ताओं ने निकाला अनोखा तरीका | Now Coronavirus will know in just 90 minutes | Patrika News

Coronavirus की जांच का 90 मिनट में चलेगा पता, शोधकर्ताओं ने निकाला अनोखा तरीका

locationनई दिल्लीPublished: Aug 04, 2020 11:39:35 am

Submitted by:

Ruchi Sharma

 
Highlights- विशेषकों का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की कोरोना टेस्ट (Coronavirus Test) करना प्राथमिकता होनी चाहिए- वैसे तो कोरोना वायरस जांच (Coronavirus investigation) के लिए सबसे ज्यादा आरटी व पीसीआर टेस्ट (PCR Test) का इस्तेमाल होता आ रहा है- वहीं कम समय में जांच रिपोर्ट (Test Report) देने की कई तरीके सामने आए हैं

Coronavirus की जांच का 90 मिनट में चलेगा पता, शोधकर्ताओं ने निकाला अनोखा तरीका

Coronavirus की जांच का 90 मिनट में चलेगा पता, शोधकर्ताओं ने निकाला अनोखा तरीका


नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए दुनिया भर के विशेषक इसकी जांच पर जोर (Coronavirus Test) देने की बात कह चुके हैं। विशेषकों का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की कोरोना टेस्ट (Coronavirus Test) करना प्राथमिकता होनी चाहिए। वैसे तो कोरोना वायरस जांच (Coronavirus investigation) के लिए सबसे ज्यादा आरटी व पीसीआर टेस्ट (PCR Test) का इस्तेमाल होता आ रहा है। वहीं कम समय में जांच रिपोर्ट (Test Report) देने की कई तरीके सामने आए हैं।
90 मिनट में आएगी रिपोर्ट

अलग-अलग शोध में कहीं 20 मिनट तो कहीं 30 मिनट में कोरोना जांच करने का तरीका इजाद किया गया है। इसी क्रम में ब्रिटेन में कोरोना वायरस (Coronavirus in Britain) के नतीजे सिर्फ 90 मिनट में आने का दावा किया गया है। एक हिंदी वेबसाइट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अगले सप्ताह से ब्रिटेन (Britain) में कोरोना वायरस और फ्लू के लिए एक नए तरह का टेस्ट किया जाएगा, जिससे कोविड-19 और दूसरे मौसमी बीमारियों में फर्क करने में मदद होगी। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री (UK Health Minister) ने कहा कि इससे आने वाले जाडे़ के मौसम में काफी फायदा होगा।
आमतौर पर 24 घंटे में आते हैं नतीजे

बता दें कि फिलहाल जो कोरोना टेस्ट किया जाता है, उनमें करीब 75 फीसदी टेस्ट के नतीजे 24 घंटे में आते हैं जबकि बाकी 25 फीसदी टेस्ट के नतीजे आने में दो दिन लग जाते हैं। सरकार ने केयर होम के स्टाफ और वहां रहने वाले लोगों के रेगुलर कोरोना टेस्ट जुलाई से शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन टेस्ट किट की कमी के कारण ऐसा नहीं हो सका।
जान बचाने के लिए करार है

स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने इस नए कोरोना टेस्ट को जान बचाने वाला करार दिया है। उनका कहना था, ‘लाखों ऑन द स्पॉट टेस्ट के नतीजे हमें 90 मिनट के अंदर मिल जाएंगे, जिससे हमें कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में मदद मिलेगी।’
हर जगह होंगे टेस्ट

व्यापार मंत्री नदीम जहावी ने कहा कि स्कूल समेत दूसरी जगहों पर भी ये टेस्ट किए जाएंगे, क्योंकि इसमें मेडिकल विशेषज्ञ की जरूरत नहीं पड़ती है। यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन में संक्रमण रोग के विशेषज्ञ प्रोफेसर डेम एन जॉनसनक कहती हैं कि रैपिड टेस्ट बहुत उपयोगी है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि लोग अगर बीमार पड़ें तो सेल्फ आइसोलेशन में रहें।

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