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पाक सरकार आम चुनाव से पहले मंदी से रहना चाहती है दूर, चीन से लेगी कर्ज

चीन से एक से दो अरब डॉलर का नया कर्ज मिलने की उम्मीद,पाकिस्तान को पहले ही पांच अरब डॉलर का क़र्ज़ मिल चुका है ।

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Mohit Saxena

May 28, 2018

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पाक सरकार आम चुनाव से पहले मंदी से रहना चाहती है दूर, चीन से लेगी कर्ज

लाहौर। पाकिस्तान में इस वर्ष जुलाई में आम चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले देश को आर्थिक संकट से निकालने के लिए पाकिस्तान चीन से मदद ले रहा है। डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार देश में गहराते भुगतान संतुलन संकट के बीच चीन से पाक को एक से दो अरब डॉलर का नया कर्ज मिलने की उम्मीद है। जून में ख़त्म हो रहे इस वित्तीय वर्ष तक पाकिस्तान को चीन से पहले ही पांच अरब डॉलर का क़र्ज़ मिल चुका है। गौरतलब है कि नई सरकार आने के पहले पाकिस्तान में छाए आर्थिक संकट से पूरे देश में मंदी छाई हुई है। ऐसे में लोगों के सामने वर्तमान सरकार के लिए दोबारा वोट मांगना कठिन होगा। पाक सरकार चाहती है कि जनता को चुनाव के समय इस मंदी पर कोई सफाई न देनी पड़े।

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चीनी क़र्ज़ अस्थायी राहत दे सकता है

पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में आई कमी को चीनी क़र्ज़ अस्थायी राहत दे सकता है। रिपोर्ट के अनुसार मई 2017 में पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 16.4 अरब डॉलर था जो पिछले हफ़्ते 10.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। वित्तीय विश्लेषकों का मानना है कि जुलाई में पाकिस्तान में आम चुनाव के बाद आईएमएफ़ के दूसरे स्पेशल स्पेशल फंड की ज़रूरत पड़ेगी। इससे पहले आईएमएफ़ ने 2013 में पाकिस्तान को यह पैकेज दिया था। पाकिस्तान को आईएमएफ़ से 2013 में 6.7 अरब डॉलर का स्पेशल पैकेज मिला था।

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चीन पर निर्भरता लगातार बढ़ रही

अमरीका की सख़्ती के कारण पाकिस्तान की चीन पर निर्भरता लगातार बढ़ रही है। फरवरी महीने में अमरीका ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर आतंकवाद को आर्थिक मदद देने वालों की सूची में शामिल करने की कोशिश की थी। इसे लेकर पाकिस्तान में प्रतिक्रिया भी देखने को मिली और अमरीका की नाराज़गी से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को लेकर संकट में घिरने का डर बढ़ा है। गौरतलब है कि पिछले कई सालों से अमरीका पाकिस्तान को आर्थिक मदद देता रहा है। वह उसे हर साल अरबों की आर्थिक मदद देता था। मगर आतंकी गुट हक्कानी नेटवर्क पर कार्रवाई न करने पर अमरीका ने उसकी आर्थिक मदद में कटौती कर दी है। इसके बाद से पाकिस्तान की स्थिति खराब होती जा रही है। इससे बचने के लिए उसे चीन पर निर्भर रहना पड़ रहा है। अमरीकी राष्ट्रपति ने हाल ही में पाकिस्तान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि वह पाकिस्तान की मदद कर ठगे हुए महसूस करते हैं। उनका कहना था कि पाकिस्तान आर्थिक मदद लेकर सिर्फ आतंकवाद को पोषित कर रहा है।