संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी राजनयिक साद वरिच ने बोलते हुए कहा कि भारत में आरएसएस की शाखाओं में फासीवाद और आतंकवाद सिखाया जा रहा है। आरएसएस की शाखाओं में मुस्लिमों को प्रताड़ित करने के तौर तरीके सिखाए जाते हैं। साद वरिच ने कहा कि भारत में ईसाई और मुस्लिम अल्पसंख्यक असुरक्षित हैं। साद वरिच ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम भी संयुक्त राष्ट्र में उछाला। उन्होंने योगी के बारे में कई आपत्तिजनक बातें भेव कहीं। योगी आदित्यनाथ को हिन्दू अतिवादी बताते हुए उन्होंने कहा कि वह भारत के सबसे बड़े राज्य में मुख्यमंत्री हैं जो खुले आम मुसलमानों को प्रताड़ित करने की बात करते हैं।
पाकिस्तान की ओर से लगाए गए आरोपों का भारत ने करारा जवाब दिया। राइट टू रिप्लाई’ के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए संयुक्त राष्ट्र मिशन में भारत की राजनयिक इनम गंभीर ने कहा है कि इमरान खान की नई सरकार पुराने सांचे में ही ढली हुई है। उन्होंने कहा कि जिसे न्यू पाकिस्तान का नाम दिया गया है वह असल में पुराना पाकिस्तान ही है। इनम ने कहा कि पाकिस्तान 132 आतंकियों और 22 आतंकी संगठनों को पनाह दिए हुए है। इनम गंभीर ने पाकिस्तान को अपने गिरेबान में झांकने की सलाह देते हुए कहा कि बलूचिस्तान और सिंध प्रान्त में दिन दहाड़े लोगों की हत्याएं करने का आरोप लगाया । उन्होंने कहा कि पाकिस्तान खुद मानवाधिकारों का सबसे अधिक उल्लंघन करता है। हाफिज सईद जैसा वैश्विक आतंकी खुलेआम घूम रहा है। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आतंकवाद के मुद्दे पर पड़ोसी जमकर को खरी-खरी सुनाई। सुषमा स्वराज ने तफ्सील से पाकिस्तान की सच्चाई पूरी दुनिया के सामने रखी।
सुषमा स्वराज के भाषण से बौखलाए पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के खिलाफ अपने भड़ास निकालते हुए कहा कि भारत अमन की बातचीत के बजाए घरेलू राजनीति को तरजीह देता है। यूएन जनरल असेम्बली को सम्बोधित करते हुए स्वराज ने कहा, ”हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान आतंकवाद फैलाने में माहिर है। भारत के लिए सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह है कि उसे अपने पड़ोसी देश से ही आतंकवाद की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।”