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पाकिस्तान की दोहरी चाल, T-90 टैंक खरीदने के लिए रूस से बढ़ाई दोस्ती

अफगानिस्तान में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने व्यापक स्तर पर पैर पसारे हुए हैं।

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Siddharth chaurasia

Apr 08, 2018

T-90 Tank

नई दिल्ली। पाकिस्तान भारत के साथ तनातनी वाला रवैया अपनाकर दोहरी रणनीति तैयार कर रहा है। पहले चीन के साथ दोस्ती बढ़ाकर अब वह रूस के साथ हाथ मिलाना चाहता है। इसी दोहरी रणनीति के तहत पाकिस्तान चाहता है कि वो रूस के साथ खतरनाक हथियारों को लेकर सौदा करे। इस बात की पुष्टि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्म दस्तगीर खान ने की है। एक रूसी न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में रक्षा मंत्री ने कहा कि वायु रक्षा प्रणाली, लड़ाकू विमानों और युद्ध टैंकों के अलावा सैन्य ढांचे के लिए पाकिस्तान की रूस के साथ बातचीत चल रही है।

रूस से टी-90 टैंक खरीदेगा पाक
इस दौरान खान ने क्रेमलिन (रूस) के साथ बढ़ते सहयोग के बारे में भी बात की, जो पाकिस्तान की व्यापक भू-रणनीतिक चिंताओं को दर्शाता है। खान ने कहा, 'हम रूसी हथियारों की तकनीक को खरीदना चाहते हैं। हालांकि अभी वायु रक्षा प्रणाली सिस्टम पर सौदेबाजी चल रही है और जैसे ही यह सौदेबाजी पक्की हो जाएगी, हम इसकी घोषणा कर देंगे।' रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि पाकिस्तान रूस से टी-90 टैंक भी खरीदना चाहता है और यह इस डील की साझेदारी लंबे वक्त के लिए होगी।

अफगानिस्तान समस्या को लेकर दोनों में बढ़ी दोस्ती
दक्षिण और सेंट्रल एशिया में सुरक्षा संबंधी विषयों पर बात करते हुए पाक रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान और रूस दोनों ही देश एक स्थिर और लोकतांत्रिक अफगानिस्तान चाहते हैं। खान ने कहा कि पाकिस्तान रूस के साथ सामरिक मुद्दों पर भी बात करेगा। उन्होंने कहा, 'वायु रक्षा प्रणाली अपनी तरह का एक अलग हथियार है, जिसमें हमें दिलचस्पी है। हम हमारी सेना को भारी मात्रा में ऐसे रूस के हथियार देना चाहते हैं, जो आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस हो। हालांकि, अभी सौदेबाजी पक्की नहीं हुई है। अभी बातचीत चल रही है। बहुत ही जल्द हम इसका औपचारिक ऐलान कर देंगे।'

आईएस का खात्मा करना चाहता है रूस
उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने व्यापक स्तर पर पैर पसारे हुए हैं। वह मुख्य रूप से वहां के शिया मुसलमानों को अपना निशाना बनाता रहा है। एक वक्त था जब रूस और पाकिस्तान एक-दूसरे के दुश्मन थे, लेकिन बीते कुछ सालों में यह दुश्मनी दोस्ती में बदल रही है। सैन्य हथियारों और सहयोग को और विकसित करने के लिए अब रूस और पाकिस्तान एक-दूसरे के करीब आए हैं। 3-4 साल पहले रूस और पाकिस्तान के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग को लेकर सौदेबाजी भी हुई थी, जिसके तहत वह रूस से फाइटर जैट और लड़ाकू विमान भी खरीदना चाहता था।