37 से ज्यादा लोग हुए संक्रमित इस बीमारी के नाम एसएफटीएस वायरस (SFTS virus) है। पूर्वी चीन के जियांग्सू प्रांत (Jiangsu Province) में पिछले छह महीने के दौरान एसएफटीएस वायरस (SFTS virus) से 37 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। पूर्वी चीन (East china) के अन्हुई प्रांत (Anhui Province) में भी 23 लोगों के संक्रमित होने की बात सामने आई है।
7 लोगों की हो गई मौत एसएफटीएस वायरस (SFTS virus) से संक्रमित जियांग्सू की राजधानी नानजियांग (Nanjiang) की एक महिला को शुरू में खांसी व बुखार के लक्षण दिखाई दिए थे। एक महीने के इलाज के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई। रिपोर्ट के अनुसार, इस वायरस से अन्हुई और झेजियांग प्रांत (Zhejiang Province) में कम से कम सात लोगों की मौत हो चुकी है।
पशुओं से फैल सकता है मनुष्यों में हालांकि, एसएफटीएस वायरस (SFTS virus) नया नहीं है। चीन में पहली बार वर्ष 2011 में इसका पता चला था। वायरोलोजिस्ट (Virologist) का मानना है कि यह संक्रमण पशुओं के शरीर पर चिपकने वाले कीड़े (टिक) से मनुष्य में फैल सकता है। इसके बाद मानव जाति में संक्रमण का प्रसार हो सकता है।
प्लेग फैलने का भी मामला आया था सामने बता दें कि बीते दिनों उत्तरी चीन में ब्यूबानिक प्लेग के फैलने का मामला सामने आया था। इसको लेकर चीन की सरकार ने चेतावनी जारी की थी। चीन के पश्चिमी मंगोलिया में एक 15 साल के लड़के की इस संक्रमण से मौत भी हो गई थी। चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, संक्रमित मरमैट (Marmot) का मांस खाने के कारण उक्त लड़का बीमार पड़ा था। ब्यूबानिक प्लेग मरमैट (Marmot) और बड़े रोडेंट्स (large rodents) में पाया जाता हैं जो उत्तरी एशियाई घास के मैदान में रहते हैं।
गौरतलब है कि दुनिया भर में कोरोना वायरस से 18,731,919 लोग संक्रमित हैं और 7 लाख से अधीक लोगों की मौत हो गई है। दुनिया भर में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी 1.2 करोड़ हो गई है। अबतक दुनिया भर में कोविड-19 से 705,026 लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना से विश्व में सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका है। उसके बाद दूसरे नंबर पर ब्राजील और तीसरे पर भारत है।