
SpaceX crew Dragon with 2 NASA astronauts return to Dragon Earth, made history
वाशिंगटन। नासा ( nasa ) ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। इसके दो अंतरिक्षयात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (space centre) से स्पेसएक्स ( SpaceX ) क्रू ड्रैगन अंतरिक्षयान पर सवार होकर बिल्कुल ठीक से धरती पर लौट आए हैं। अंतरिक्षयात्रियों की वापसी के साथ ही डेमॉस्ट्रेशन (डेमो-2) मिशन नामक एक ऐतिहासिक उड़ान पूरी हो गई है। इसके साथ ही अंतरिक्ष तक आने-जाने का सफर आसान बन गया है।
नासा के कॉमर्शियल क्रू प्रोग्राम के लिए डेमो-2 टेस्ट फ्लाइट ने पहली बार अंतरिक्ष केंद्र ( space centre ) पर अंतरिक्षयात्रियों को पहुंचाया है। इसके साथ ही उन्हें वापस सुरक्षित तरीके से धरती पर भी लेकर आया है।
रॉबर्ट बेहनकेन और डगलस हर्ले को लेकर रविवार अपराह्न् 2.48 बजे (ईडीटी) SpaceX Dragon क्रू ने मेक्सिको की खाड़ी से लगे फ्लोरिडा के पेंसाकोला तट पर पैराशूट्स के सहारे धरती को स्पर्श किया। इसके बाद SpaceX ने इसे सफलतापूर्वक अपने कब्जे में ले लिया।
इस संबंध में नासा के प्रशासक जिम ब्रिडस्टाइन ने कहा कि बॉब और डग का घर वापस लौटने पर स्वागत है। इस टेस्ट फ्लाइट को संभव बनाने का अतुलनीय काम करने के लिए नासा और SpaceX की टीमों को बधाई देता हूं। यह इस बात का गवाह है कि जब हम ( nasa spacex ) मिलकर काम करते हैं तो उसको भी पूरा किया जा सकता है, जिसे किसी समय असंभव माना जाता था। हम पहले की अपेक्षा कितना तेजी से आगे बढ़कर मून और मार्स मिशन पर अगले कदम उठाते हैं, इसमें साझेदारों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
वहीं, SpaceX के सीईओ एलन मस्क ( Elon Musk ) इस टेस्ट फ्लाइट के सही से पूर्ण होने पर काफी उत्साहित दिखाई दिए। उन्होंने इस मौके पर नासा और SpaceX दोनों को बधाई देते हुए कहा कि इस टेस्ट फ्लाइट ने मानव अंतरिक्ष उड़ान में एक नए युग की शुरुआत की है।
गौरतलब है कि नासा के SpaceX डेमो-2 टेस्ट फ्लाइट ( NASA SpaceX Launch ) को फ्लोरिडा स्थित केनेडी अंतरिक्ष केंद्र (space centre) से बीते 30 मई को लॉन्च किया गया था। यह पहली घटना थी जब अंतरिक्षयात्रियों को 2011 के बाद अमरीकी धरती से अंतरिक्ष में भेजा गया।
क्रू ड्रैगन के धरती पर उतरने के तत्काल बाद एलन मस्क ने एक ट्वीट में कहा कि अंतरिक्ष यात्रा के सामान्य हवाई यात्रा बन जाने के बाद सभ्यता का भविष्य सुरक्षित हो जाएगा।
अंतरिक्ष की कक्षा में पहुंचने के बाद बेहनकेन और हर्ले ने अपने क्रू ड्रैगन अंतरिक्षयान का नाम 'एंडेवर' रखा था। यह नामकरण प्रत्येक अंतरिक्षयात्री के पहले अंतरिक्ष शटल में यात्रा के सम्मानस्वरूप किया गया। इसके करीब 19 घंटे बाद क्रू ड्रैगन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (space centre) हारमनी मॉड्यूल के फॉरवर्ड पोर्ट से 31 मई को जुड़ गया।
62 दिनों के अपने इस प्रवास के दौरान बेहनकेन और हर्ले ने कई सारे वैज्ञानिक प्रयोगों, अंतरिक्ष चहलकदमियों और सार्वजनिक आदान-प्रदान जैसे तमाम कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। दोनों अंतरिक्षयात्रियों ने कुल मिलाकर कक्षा में 64 दिन बिताए। इस दौरान उन्होंने पृथ्वी के चारों ओर 1,024 कक्षाएं पूरी कीं और 27,147,28 स्टैटूट मील की यात्रा भी तय की। जबकि उन्होंने कक्षीय प्रयोगशाला की जांचों में मदद के लिए 100 घंटों से अधिक वक्त भी दिया।
बता दें कि डेमो-2 टेस्ट फ्लाइट नासा के कॉमर्शियल क्रू प्रोग्राम का हिस्सा है। इसने अमरीकी रॉकेट और अंतरिक्षयान पर अंतरिक्षयात्रियों को लॉन्च करने के लिए अमरीकी अंतरिक्ष उद्योग के साथ काम किया है।
Updated on:
03 Aug 2020 11:10 pm
Published on:
03 Aug 2020 10:59 pm
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