
Sri Lanka Blasts: देश में सदी का सबसे बड़ा खूनी खेल, आठ धमाकों में 207 की मौत, पूरे देश में कर्फ्यू
कोलंबो। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में रविवार को एक के बाद एक सीरियल बम धमाकों ने एक बार फिर से आतंक की खिलाफ पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है। दरअसल रविवार को श्रीलंका के अलग-अलग हिस्सों में ईस्टर के पवित्र मौके पर चर्च में प्रार्थनाएं चल रही थीं। इसी बीच सुबह के करीब साढ़े आठ बजे के आस-पास 6 अलग-अलग जगहों पर एक के बाद एक धमाकों को अंजाम दिया गया। ये सभी धमाके तीन चर्च और तीन होटलों को निशाना बनाकर किया गया। बाद में दोपहर के समय फिर से दो होटलों को निशाना बनाते हुए दो आत्मघाती हमले किए गए। इस तरह से कुल आठ धमाकों में 290 लोगों की मौत हो गई, जबकि 500 से अधिक लोग घायल हो गए।मरने वालों में 35 विदेशी भी शामिल हैं। घायलों में से कई की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम के बाद प्रशासन ने इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है और जोर-शोर से जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान 24 संदिग्धों की गिरफ्तारी की गई है।
किसी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
यह खौफनाक घटना कितना बड़ा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस सदी में श्रीलंका में यह सबसे बड़ी घटना है। बहरहाल अभी तक इतने बड़े हमले की जिम्मेदारी किसी भी संगठन ने नहीं ली है। हालांकि शुरूआती जांच के बाद नेशनल तौहीद जमात का नाम सामने आया है। नेशनल तौहीद जमात एक कट्टरपंथी मुस्लिमों का एक संगठन है।
सुबह 8:45 में हुआ पहला धमाका
श्रीलंका के अधिकारियों ने शुरुआती जांच के बाद बताया कि पहला हमला सुबह 8.45 बजे कोलंबों के कोचचिकड़े में सेंट एंथोनी चर्च में हुआ। इस समय पर सिलसिलेवार तरीके से दूसरा धमाका कटाना के कटुवापिटीया चर्च में हुआ। तीसरा धमाका बट्टीकलाओ चर्च में हुआ है। इसके अलावा राजधानी कोलंबो के पांच सितारा होटल शंगरी-ला होटल, सिन्नमन ग्रांड और किंग्सबरी में भी धमाके हुए। दोपहर 2.24 बजे सातवां धमका हुआ। इसके बाद दोपहर 2.55 बजे आठवां धमाका हुआ। अधिकारियों ने बताया कि दो हमले आत्मघाती थे, जिसमें तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। बता दें कि इस हमले के फौरन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपात बैठक बुलाई है। भारतीय दूतावास ने श्रीलंका में रहने वाले भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर +94777903082 +94112422788 +94112422789 जारी कर दिए।
सात लोग गिरफ्तार
बता दें कि हमलावरों ने कोच्चादाई स्थित सेंट एंथोनी, बट्टिकोला और नेगोंबो चर्चों, जबकि कोलंबो में शांगरी ला स्टार, किंग्सबरी और सिनेमन ग्रांड होटलों में वारदात को अंजाम दिया। इस घटना के बाद श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने कहा है कि धमाके की जांच सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं। शुरूआती जांच पड़ताल के बाद नेशनल तौहीद जमात संगठन का नाम सामने आया। हालांकि इस हमले को लेकर अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। नेशनल तौहीद जमात एक कट्टर मुस्लिमों का एक संगठन है। बहरहाल जांच एजेंसियों व पुलिस ने जांच-पड़ताल करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया है और पूछताछ की जा रही है। प्रशासन ने घटना स्थल पर कर्फ्यू लगा दिया है और सोशल मीडिया को बैन कर दिया है।
दुनिया भर में की गई निंदा
बता दें कि इस घटना की पूरी दुनिया में निंदा की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना से फोन पर बात की और अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए यह भरोसा दिया की आतंक की लड़ाई में भारत हमेशा श्रीलंका के साथ है। वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की है और कहा कि वह लगातार मामले पर निगाह रखे हुए हैं। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपनी संवेदना जाहिर करते हुए घटना की निंदा की। पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने कहा ईस्टर से पहले इस तरह के हमले की वे निंदा करते हैं, हमारी संवेदना श्रीलंका के साथ है। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने लिखा 'श्रीलंका के होटलों व चर्चों में किया गया हमला बहुत ही दुखद है। इस दुख की घडी़ में ब्रिटेन श्रीलंका के साथ है।' इसके अलावे इजरायल, ईरान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, टर्की, य़ूरोपीयन यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, स्पेन आदि तमाम देशों ने कड़े शब्दों में इस घटना की निंदा करते हुए श्रीलंका के साथ अपनी सहानुभूति जताई।
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Updated on:
22 Apr 2019 11:44 am
Published on:
21 Apr 2019 10:58 pm
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