सोचों कैसा लगा रहा होगा उस मां को जिससे उसकी बिछड़ गई। सिर्फ उससे नहीं बल्कि पूरी दुनिया से। रूस के साइबीरिया में के एक शॉपिंग कॉम्पलेक्स में आग क्या लगी, एक साथ कई परिवार तबाह हो गए। वह इसलिए क्योंकि आग इतनी भयानक थी कि उसने उस शॉपिंग सेंटर में मौजूद 64 लोगों की जान ले ली। उन 64 लोगों में भी 41 बच्चे थे। हालांकि वहां के सूत्रों का कहना है कि ये संख्या 64 नहीं बल्कि 96 है। वह इसलिए क्योंकि एक हॉल जिसमें आग लगी उसमें तकरीबन 30 लाशें मिली हैं। वहीं बाकी जगह 37 लाशें मिली हैं।
जैसे ही शॉपिंग सेंटर में आग लगी तभी एक भगदड़ मच गई। जिस वजह से कई बच्चे अपने परिजनों से अलग हो गए। जारी की घटना की फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि कैसे परिजन आग होने के बावजूद अपने बच्चों को ढूंढ रहे हैं। घटना में मृतकों की संख्या इसलिए भी बढ़ गई क्योंकि इमरजेंस गेट बंद थे। जिस वजह से लोग बाहर नहीं निकल पाए। एक रिपोर्ट में पता चला कि आग इतनी भयानक थी कि वो तुरंत फैल गई। यहीं नहीं फायर ब्रिगेड के आने के बावजूद वो अगली सुबह तक जलती रही। बताया जा रहा है जिस आग में बच्चे जले हैं उसका तापमान 700 डिग्री सेल्सियस था।
वहीं 11 साल का एक लड़का सर्जी मोसकालेइनको ने खिड़की से ही छलांग लगा दी। जिसके बाद उसके सिर में चोट लगने के कारण वह कोमा में चला गया। वहीं एक लड़की जिसका नाम मारिया मोरोज था उसने अपने घर पर मैसेज किया कि मैं चारों और आग से घिरी हुई हूं। महज 13 साल के परिजनों ने बताया कि जब हमें पता लगा कि मारिया आग के जल चुकी हैं, तो हमें ऐसा लग रहा था कि मारिया के साथ हम भी जल रहे हैं। घटना के बाद गुमशुदा बच्चों की तलाश के लिए बच्चों की फोटों लगाई गई हैं ताकि अगर कोई बच्चा जिंदा हो या किसी और को वो मिल जाए तो वो उसे उसके मां-बाप तक आसानी से पहुंचा सके।