
डेरेक चाउविन के तीन सहयोगी थॉमस लेन, जेए कुएंग, जेए कुएंग
वॉशिंटन। अमरीका (America) में पुलिस हिरासत में मारे गए अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड (George floyd) को इंसाफ दिलाने के लिए बीते कई हफ्तों से आंदोलन जारी है। आंदोलन का असर अब दिखने लगा है। जांच दल ने उन तीन अधिकारियों पर भी कार्रवाई की हैं, जिन्होंने मुख्य आरोपी डेरेक चाउविन (Derek Chauvin) को रोकने की कोशिश नहीं की। चाउविन जब फ्लॉयड की गर्दन को घुटने से दबाए हुए था, तब वे मूकदर्शक बने खड़े रहे थे।
थॉमस लेन, जेए कुएंग और ताऊ थाओ पर हत्या के लिए उकसाने और उनकी मदद करने के आरोप तय किए गए हैं। वहीं, चाउविन पर अब तीसरी डिग्री के बजाय दूसरी डिग्री की हत्या का केस दर्ज किया गया है। चारों पुलिसकर्मियों को अधिकतम 40 साल जेल की सजा हो सकती है।
मिनेसोटा के अटॉर्नी जनरल कीथ एलिसन ने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर आरोप तय करने से पहले वे सभी सबूतों का विश्लेषण हो रहा है। उनका मानना है कि चारों पुलिसकर्मियों पर लगाए गए आरोप न सिर्फ जॉर्ज फ्लॉयड और उनके परिवार, बल्कि पूरे अफ्रीकी-अमरीकी समुदाय को न्याय मिलेगा।
एलिसन के अनुसार मामले की जांच जारी है। अदालत जाने से पहले वे एक मजबूत केस तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें कुछ समय लग सकता है। जिनके पास फ्लॉयड की हत्या से जुड़े सबूत हैं,वे उनसे संपर्क कर सकते हैं। अमरीकी एटॉर्नी ने कहा कि चारों पुलिसकर्मियों पर आरोप तय होने का मतलब यह नहीं है कि लड़ाई खत्म हो गई है।
फ्लॉयड की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके कोरोना पॉजिटिव होने की बात सामने आई है। जांच से पता चला है कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई, लेकिन वह कोरोना से भी संक्रमित थे।
जॉर्ज फ्लॉयड का परिवार तीन अन्य पुलिसकर्मियों को गिरफ्तारी से तो खुश है। उसकी मांग है कि मुख्य आरोपी चाउविन पर पहली डिग्री की हत्या का मामला चलाया जाना चाहिए।
Updated on:
05 Jun 2020 10:42 am
Published on:
05 Jun 2020 10:40 am
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